Gurugram News : फ्रांस की विमानन प्रशिक्षण कंपनी Simaero भारत में अपना पहला फ्लाइट सिम्युलेटर प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने जा रही है। यह केंद्र गुरुग्राम में 2025 की शुरुआत तक स्थापित किया जाएगा। इस केंद्र के लिए कंपनी लगभग 200 मिलियन यूरो का निवेश करेगी। जो भारतीय विमानन क्षेत्र में उसकी गंभीर प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस केंद्र के पहले चरण में, Simaero 100 मिलियन यूरो का निवेश करेगा। जिसके तहत दिल्ली में आठ-बे फ्लाइट सिम्युलेटर की सुविधा स्थापित की जाएगी। इसमें चार Airbus A320 सिम्युलेटर, दो ATR 72-600 सिम्युलेटर और दो Boeing 737 सिम्युलेटर शामिल होंगे।
भारत में पायलट प्रशिक्षण के क्षेत्र में रणनीतिक कदम
Simaero का यह कदम भारत में पायलट प्रशिक्षण के क्षेत्र में एक बड़ी क्रांति ला सकता है, खासकर तब जब भारतीय घरेलू एयरलाइनों द्वारा अत्यधिक विमान ऑर्डर दिए गए हैं और हवाई यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। Simaero की योजना सिर्फ भारतीय पायलटों को प्रशिक्षित करने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके केंद्रों से अन्य दक्षिण एशियाई देशों के पायलटों को भी प्रशिक्षण देने का विचार है। गुरुग्राम में स्थापित होने वाला यह प्रशिक्षण केंद्र भारतीय विमानन क्षेत्र के लिए अत्याधुनिक प्रशिक्षण सुविधाएं प्रदान करेगा। कंपनी ने Turkish simulator manufacturer Havelsan के साथ साझेदारी की है, जिसके तहत Airbus A320 neo विमान के लिए पहला फुल-फ्लाइट सिम्युलेटर भारत में लाया जाएगा। यह कदम भारत में अत्याधुनिक सिमुलेशन तकनीक लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
भारत में पायलट प्रशिक्षण संस्थानों की कमी
भारत में मौजूदा पायलट प्रशिक्षण संस्थानों की स्थिति पर Havelsan के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और अध्यक्ष Mehmet Akif Nacar ने टिप्पणी की कि भारत की अधिकांश घरेलू एयरलाइनों के पायलट वर्तमान में विदेशों में प्रशिक्षित होते हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में पायलटों की बढ़ती मांग को देखते हुए, भारत को FTO (Flying Training Organisations) और ATO (Approved Training Organisations) की संख्या बढ़ाने की आवश्यकता होगी। Simaero इंडिया के जनरल मैनेजर Khushbeg Jattana ने भारत में अपनी विस्तार योजनाओं के बारे में बताया कि गुरुग्राम में स्थापित होने वाला प्रशिक्षण केंद्र भविष्य में आठ फुल-फ्लाइट सिम्युलेटर की मेजबानी करेगा। जो केवल संकीर्ण-बॉडी विमान जैसे A320 neo, ATR 72-600 और Boeing 737 के लिए होंगे। इसके अलावा, कंपनी का लक्ष्य 2026 या 2027 तक चौड़े-बॉडी विमान के लिए भी एक सिम्युलेटर जोड़ने का है।
भारतीय विमानन क्षेत्र में बढ़ती पायलटों की मांग
भारतीय घरेलू एयरलाइनों ने हाल के वर्षों में बड़ी संख्या में विमान ऑर्डर किए हैं। जिससे पायलटों की मांग में तेजी से वृद्धि हो रही है। भारतीय विमानन क्षेत्र में इस वृद्धि को देखते हुए, Simaero का भारत में प्रवेश सही समय पर हो रहा है। Boeing के ताजा पायलट अनुमान के अनुसार, भारत को अगले दो दशकों में 31,000 से अधिक पायलटों की आवश्यकता होगी। इसे ध्यान में रखते हुए, Simaero ने भारतीय बाजार में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने का फैसला किया है।
2030 तक दोगुना करने होंगे प्रशिक्षण केंद्र
Simaero का कहना है कि भारत में पायलट प्रशिक्षण केंद्रों की संख्या को 2030 तक दोगुना करना होगा, ताकि घरेलू एयरलाइनों के बढ़ते बेड़े और पायलटों की बढ़ती आवश्यकता को पूरा किया जा सके। भारतीय एयरलाइनों के अगले दशक में 1,000 नए विमान प्राप्त करने की योजना के साथ, भारत में पायलट प्रशिक्षण के लिए अधिक अवसर और सुविधाएं प्रदान करने की आवश्यकता होगी।
भारतीय विमानन क्षेत्र में अवसर
Simaero का भारत में कदम यह दर्शाता है कि देश के विमानन क्षेत्र में आने वाले वर्षों में तेजी से वृद्धि की संभावना है। भारत का विमानन क्षेत्र अब तक दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाले क्षेत्रों में से एक बन रहा है। सरकार द्वारा विमानन क्षेत्र में किए गए सुधारों और पायलटों की बढ़ती संख्या की आवश्यकता को देखते हुए, Simaero का निवेश भारतीय विमानन की मजबूती को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाएगा।