Gurugram News : गुरुग्राम नगर निगम ने सुकमा एजेंसी पर सफाई व्यवस्था में लापरवाही बरतने के कारण 69 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। यह निर्णय संयुक्त आयुक्त-1 प्रदीप कुमार द्वारा एजेंसी के कार्यों और मैनपॉवर की जांच के बाद लिया गया। जांच में पाया गया कि एजेंसी के 25 से 30 प्रतिशत कर्मचारी और संसाधन कम थे। जिससे सफाई में कमी आ रही थी और लगातार नागरिकों से शिकायतें मिल रही थीं। इस स्थिति को देखते हुए नगर निगम ने एजेंसी के बिल से यह राशि काट दी है। हालांकि, सुकमा एजेंसी ने इस जुर्माने को लेकर निगमायुक्त से अपील की है और इसे चुनौती दी है।
नगर निगम को मिल रही थी लगातार शिकायतें
सुकमा एजेंसी को पुराने गुरुग्राम में सफाई व्यवस्था का काम सौंपा गया था। लेकिन एजेंसी पर काम में लापरवाही बरतने के आरोप थे। कई बार कूड़े के ढेरों और सफाई कर्मचारी न पहुंचने की शिकायतें निगम में आई थीं। इन समस्याओं के चलते नगर निगम के संयुक्त आयुक्त प्रदीप कुमार ने दस दिन पहले एजेंसी के कार्यों का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि तय संख्या में न तो कर्मचारी थे और न ही अन्य संसाधन मौजूद थे। इस आधार पर निगम ने एजेंसी के बिल से 69 लाख रुपये काटे हैं।
सफाई कंपनी ने निगमायुक्त से की अपील
यह पहला मौका है जब नगर निगम ने किसी एजेंसी पर इतनी बड़ी राशि का जुर्माना लगाया है। सुकमा एजेंसी ने सफाई के काम का टेंडर लिया था। लेकिन मैनपॉवर और संसाधन की कमी के कारण उसे जुर्माना भुगतना पड़ा। नगर निगम ने पहले भी एजेंसी के कार्यों की समीक्षा की थी, और अब पहली बार एजेंसी के बिल से जुर्माना काटा गया है। एजेंसी ने इस फैसले को चुनौती दी है और निगमायुक्त से इस बारे में अपील की है।