Gurugram News : गुरुग्राम पुलिस ने सेवानिवृत्त डीजीपी से साइबर ठगी के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई एसीपी प्रियांशु दीवान के नेतृत्व में निरीक्षक नवीन कुमार और उनकी टीम ने की। पुलिस ने शिकायतकर्ता द्वारा बताए गए बैंक खातों के रिकॉर्ड एकत्रित किए। जिनमें से पीड़ित ने ठगों को पैसे ट्रांसफर किए थे। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान उमेश सैनी और गणपत के रूप में हुई जो जयपुर और जोधपुर के निवासी हैं।
2.50 लाख रुपये की धोखाधड़ी
पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि ठगी के लिए उपयोग किया गया बैंक खाता उमेश सैनी के नाम था। जिसे उसने बाद में गणपत को बेच दिया। गणपत ने इस खाते का इस्तेमाल साइबर ठगों को देने के लिए किया। इस पूरे मामले की जांच जारी है। घटना के संदर्भ में पूर्व डीजीपी ने 7 सितंबर को पुलिस थाने में एक लिखित शिकायत दी थी। शिकायत में बताया गया था कि उन्हें कस्टम और पुलिस अधिकारियों के रूप में धोखा देकर लगभग 2.50 लाख रुपये की ठगी का शिकार बनाया गया।
पुलिस ने फ्रीज कराए रुपये
गुरुग्राम पुलिस ने पीड़ित के ट्रांसफर किए गए पैसों में से 2.50 लाख रुपये को फ्रीज कराकर वापस दिलाने में सफलता हासिल की है। यह कदम ठगी की रकम को पीड़ित के खाते में लौटाने के लिए उठाया गया। साइबर अपराध की यह घटना स्पष्ट करती है कि कैसे ठग विभिन्न तरीके से लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं। पुलिस अब इस मामले में विस्तृत जांच कर रही है ताकि अन्य संभावित आरोपियों का भी पता लगाया जा सके।