Gurugram News : गुरुग्राम साइबर थाना पुलिस ने हर्बल दवाइयां ऑनलाइन बेचने के नाम पर ठगी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया। यह कॉल सेंटर गांव डूंडाहेड़ा में पिछले 10 महीनों से चलाया जा रहा था। आरोपी लोगों से दवाइयां भेजने और सर्विस चार्ज के नाम पर पैसे ठगते थे। पुलिस ने छापेमारी करते हुए कॉल सेंटर में काम करने वाली चार युवतियों समेत कुल 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया। मौके से पुलिस ने लैपटॉप, मोबाइल फोन और दवाइयां भी बरामद की। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और साइबर अपराध का मामला दर्ज किया है।
सोशल मीडिया पर डालते थे हर्बल दवाइयों के विज्ञापन
पुलिस द्वारा की गई छापेमारी में गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान अमनदीप, रंजीत कुमार, मोहम्मद कासिम, प्रतुष कुमार मिश्रा, सुशील कुमार, बृजेश शर्मा, अनूप कुमार, राशिका राणा, ईशा, सोनाली कनोजिया और मेघा के रूप में हुई है। इन आरोपियों का संबंध बिहार, यूपी और दिल्ली से था। पुलिस पूछताछ में पता चला कि ये लोग सोशल मीडिया और फेसबुक पर हर्बल दवाइयों के विज्ञापन डालते थे और जब कोई व्यक्ति संपर्क करता, तो उनसे ऑर्डर लेकर पैसे विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर करवा लेते थे। बाद में, वे नकली दवाइयां भेज देते थे।
ऐसे करते थे ठगी
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे अलग-अलग चार्ज के नाम पर पैसे क्यूआर कोड और यूपीआई आईडी के माध्यम से ठगते थे। इन अपराधों के लिए आरोपियों को 18,000 से 20,000 रुपये के वेतन पर रखा गया था और उनसे निर्धारित ठगी के लक्ष्यों को पूरा करने को कहा जाता था। लक्ष्य पूरा करने पर कर्मचारियों को बोनस भी मिलता था। पुलिस अब इस मामले की गहरी जांच कर रही है और अन्य ठगी की वारदातों का खुलासा करने की कोशिश कर रही है।