Gurugram News : अमेरिका के 39वें राष्ट्रपति जिमी कार्टर ने जॉर्जिया के प्लेन्स स्थित अपने घर में अंतिम सांस ली है। आपको जानकर हैरानी होगी कि अमेरिका के राष्ट्रपति रहे जिमी कार्टर के नाम पर उत्तर प्रदेश से सटे हरियाणा में एक गांव है, इस गांव का नाम उनके सम्मान में कार्टरपुरी रखा गया था। जिमी कार्टर भारत का दौरा करने वाले तीसरे अमेरिकी राष्ट्रपति थे। वह अमेरिका के सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाले राष्ट्रपति रहे।
क्यों बदला था गांव का नाम
इसके अलावा जब वर्ष 1977 में जनता पार्टी ने जीत हासिल की थी तो उसके बाद सबसे पहले अमेरिकी नेता वही थे, जो यहां पर आए थे। राष्ट्रपति जिमी कार्टर का यूपी से सटे दिल्ली के पास स्थित दौलतपुर नसीराबाद गांव से भी गहरा नाता है। वह अपनी पत्नी के साथ इस गांव में आए थे। उस दौरान ग्रामीणों ने जिमी कार्टर और उनकी पत्नी रोजलिन का स्वागत किया था। उसी के बाद दौलतपुर नसीराबाद गांव का नाम बदलकर "कार्टरपुरी" रखा गया था।
जिमी कार्टर के 25 पोते-परपोते
जिमी कार्टर का 100 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। उनके निधन पर अमेरिका के राष्ट्रपति ने शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है, "आज अमेरिका और दुनिया के असाधारण राजनेता हमारे बीच नहीं रहे।" जिमी कार्टर का परिवार काफी ज्यादा बड़ा है। उनकी पत्नी की पहले ही मौत हो चुकी है, लेकिन फिलहाल में उनके 25 पोते और परपोते हैं।
अमेरिका के ऐसे एकलौते राष्ट्रपति
जिमी एक अच्छे राजनेता बनने से पहले किसान थे। उन्होंने लंबे समय तक मूंगफली की खेती की थी। उसके बाद वह अमेरिकी नौसेना के एक बड़े अधिकारी रहे। उसके बाद वर्ष 1970 से 1981 तक संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति रहे। वह अमेरिका के एकलौते राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने 100 साल तक सांस ली है।