Gurugram News : गुरुग्राम में ट्रैफिक प्रबंधन को सुधारने के लिए जीएमडीए द्वारा 40 चौकों पर स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल लगाने का कार्य पूरा किया गया है। नए सिग्नल को आधुनिक तकनीक से लैस किया गया है। जो वाहन डिटेक्टर कैमरों के माध्यम से चौराहों पर वाहनों की संख्या और दबाव को मापने में सक्षम हैं। इन कैमरों को इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) से जोड़ा जा रहा है, जिससे ट्रैफिक सिग्नल का संचालन और निगरानी करना आसान हो जाएगा। यह प्रणाली न केवल ट्रैफिक के दबाव को ध्यान में रखेगी, बल्कि किसी भी खराबी की स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया भी करेगी। इससे ट्रैफिक की स्थिति में सुधार होगा और यातायात सुगम बनाने में मदद मिलेगी।
एडेप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम
गुरुग्राम के विभिन्न सेक्टरों में यातायात लाइटों को आधुनिक एडेप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम (एटीसीएस) से अपडेट किया जा रहा है। यह तकनीक सिग्नल को अधिक स्मार्ट और स्वचालित बनाएगी। जिससे ट्रैफिक लाइटों की स्थिति को समय के अनुसार समायोजित किया जा सकेगा। प्रत्येक चौक पर चार कैमरे स्थापित किए जा रहे हैं, जो आईसीसीसी के साथ जुड़े रहेंगे। इस प्रणाली से ट्रैफिक लाइटें स्वत: रूप से कार्य करेंगी। जिससे यातायात के दबाव के अनुसार सिग्नल की अवधि को बढ़ाया या घटाया जा सकेगा। यह सुधार मुख्यतः व्यस्त चौकों पर यातायात को प्रबंधित करने के लिए किया जा रहा है।
पैदल यात्रियों की सुरक्षा
जीएमडीए द्वारा नए स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल में पैदल यात्री सिग्नल लाइट्स का भी समावेश किया जाएगा। जिससे व्यस्त जंक्शनों पर पैदल यात्रियों की सुरक्षा मजबूत की जा सके। यह कदम पैदल चलने वालों की आवाजाही को सुरक्षित बनाने में सहायक होगा और ट्रैफिक नियमों का पालन करने के लिए लोगों को प्रेरित करेगा। स्मार्ट सिग्नल प्रणाली के अंतर्गत सभी चौकों पर ट्रैफिक लाइटों की निगरानी की जाएगी। जिससे पैदल यात्री भी सुरक्षित रूप से चौराहों को पार कर सकें।
न्यू गुरुग्राम की योजनाएं
न्यू गुरुग्राम में भी स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल लगाने की योजना बनाई जा रही है। जीएमडीए ने सेक्टर 58 से 115 के बीच स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल स्थापित करने के लिए 6.47 करोड़ रुपये की योजना बनाई है। इस परियोजना में कई महत्वपूर्ण चौक और मार्ग शामिल हैं, जैसे कि खेड़की माजरा, बजघेड़ा अंडरपास, और द्वारका एक्सप्रेसवे के सेक्टर 101,102 चौक। इन नए सिग्नल्स से न्यू गुरुग्राम में ट्रैफिक की स्थिति को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।