Gurugram News : देश में ट्रेनों को पटरी से उतारने की बढ़ती साजिशों के मद्देनजर, आरपीएफ ने गुड़गांव रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा उपायों को बढ़ा दिया है। गुड़गांव रेलवे स्टेशन की 60 किलोमीटर लंबी ट्रैक सीमा का निरीक्षण दिन में कई बार किया जा रहा है। वरिष्ठ अधिकारी भी इस कार्य में व्यक्तिगत रूप से शामिल हो रहे हैं। हालांकि अभी तक गुड़गांव रेलवे स्टेशन क्षेत्र में ऐसी किसी घटना की सूचना नहीं मिली है। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आरपीएफ ने कड़े इंतजाम किए हैं। इससे पहले 9 सितंबर को कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन को पटरी से उतारने की साजिश नाकाम हुई थी, जिसमें लोको पायलट की सतर्कता ने बड़ा संकट टाला।
हाल में हुई घटनाओं को देखते हुए बढ़ाई गई सुरक्षा
गौरतलब है कि 22 सितंबर को गोरखपुर में भी एक ऐसी साजिश को विफल किया गया था। इन घटनाओं के मद्देनजर, गुड़गांव रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ ने अपनी सतर्कता बढ़ा दी है। आरपीएफ न केवल ट्रैक का निरीक्षण कर रही है, बल्कि समय-समय पर जागरूकता अभियान भी चलाती है। इस प्रकार की साजिशों में संलिप्त लोगों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार भी किया गया है।
लाइनों के पास रहने वाले लोगों को किया जा रहा जागरूक
आरपीएफ ने इन घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए रेलवे लाइनों के पास रहने वाले लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने का काम भी किया है। गुड़गांव रेलवे स्टेशन के 60 किलोमीटर दायरे में अभी तक ट्रेनों के पटरी से उतरने की कोई घटना नहीं हुई है। इसके अलावा, गुड़गांव रेलवे स्टेशन के अपग्रेडेशन के लिए निर्माण कार्य भी शुरू हो चुका है। जिससे स्टेशन की सुरक्षा को और बेहतर बनाया जा सके। सुरक्षा एजेंसियों द्वारा यहां किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जा रही है।
आरपीएफ अधिकारी खुद कर रहे लाइनों का निरीक्षण
आरपीएफ और राज्य पुलिस ने गुड़गांव रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा उपायों को और भी मजबूत कर दिया है। आरपीएफ के स्टेशन इंचार्ज नवल किशोर अनुसार, स्टेशन के 60 किलोमीटर क्षेत्र में सुरक्षा कड़ी है। इसके लिए आरपीएफ लगातार लाइनों का निरीक्षण कर रही है और पथराव की घटनाएं भी बंद हो गई हैं। किशोर ने बताया कि वह खुद जवानों के साथ रेलवे लाइनों का निरीक्षण करते हैं।