लोगों का घरों से निकलना हुआ बंद, मवेशियों को लेकर घरों में कैद, पुलिस ने संभाली कमान

हापुड़ में तेंदुए की दहशत : लोगों का घरों से निकलना हुआ बंद, मवेशियों को लेकर घरों में कैद, पुलिस ने संभाली कमान

लोगों का घरों से निकलना हुआ बंद, मवेशियों को लेकर घरों में कैद, पुलिस ने संभाली कमान

Google Images | यह मेटा एआई द्वारा जनरेट की गई सांकेतिक तस्वीर है

Hapur News : उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के नवादा गांव में इन दिनों तेंदुए का खौफ छाया हुआ है। पिछले कुछ दिनों में इस तेंदुए ने कई जानवरों को अपना शिकार बना लिया है, जिससे ग्रामीणों में भय का माहौल बन गया है। डर के चलते गांव के लोगों ने अपने बच्चों को स्कूल भेजना तक बंद कर दिया है। तेंदुए की इस दहशत को कम करने और ग्रामीणों को सुरक्षा का भरोसा दिलाने के लिए हापुड़ के एसपी ज्ञानंजय सिंह ने देर रात गांव का दौरा किया और ग्रामीणों से सुरक्षा संबंधी सुझाव साझा किए।

तेंदुए की दहशत का कारण
गढ़मुक्तेश्वर के जंगल से आया यह तेंदुआ नवादा गांव में प्रवेश कर चुका है और इसने कई मवेशियों को अपना शिकार बना लिया है। इसके चलते गांव के लोग बेहद डरे हुए हैं और शाम ढलते ही गांव में सन्नाटा पसर जाता है। ग्रामीण अपने-अपने घरों में बंद होने लगे हैं, और खेतों में काम करने जाने से भी डर रहे हैं। तेंदुए की वजह से अब तक चार गांवों के लोग दहशत में हैं, जहां शाम होते ही सड़कों और गलियों में सन्नाटा छा जाता है।

एसपी ने दी ग्रामीणों को सलाह
एसपी ने ग्रामीणों को सलाह दी कि वे सावधानी बरतें और अगर संभव हो, तो अगले 15 दिनों तक खेतों में जाने से बचें। यदि खेतों या अन्य किसी काम के लिए बाहर जाना पड़े, तो 4-5 लोगों के साथ मिलकर जाएं। इससे तेंदुए का सामना होने की स्थिति में बचाव के लिए ज्यादा मौका मिलेगा। इसके साथ ही, एसपी ने आश्वासन दिया कि तेंदुए को जल्द ही पकड़ने के लिए वन विभाग और पुलिस की टीमें मिलकर काम कर रही हैं।

वन विभाग की तैयारी 
ग्रामीणों की चिंता को देखते हुए वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए कुछ प्रयास किए हैं। हालांकि, अभी तक सिर्फ एक जाल ही गांव में लगाया गया है और तेंदुए की तलाश के लिए केवल चार वन कर्मी तैनात किए गए हैं। ये कर्मी शाम होते ही वापस लौट जाते हैं, जिससे ग्रामीणों को सुरक्षा का पूरा भरोसा नहीं मिल पा रहा है। तेंदुए के पैरों के निशान गांव के कई घरों के बाहर और पेड़ों पर देखे गए हैं, जिससे ग्रामीणों में भय और बढ़ गया है। तेंदुए के आतंक की वजह से गांव के लोग अपने मवेशियों को लेकर घरों में कैद हो गए हैं और सामान्य जीवन काफी प्रभावित हुआ है। ग्रामीणों को चिंता है कि अगर तेंदुआ जल्द ही नहीं पकड़ा गया, तो और भी जानवरों और शायद इंसानों की जान को खतरा हो सकता है।

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