होली पर लोग हुए शिकार, सरकारी और निजी अस्पतालों में उमड़ी भीड़

हापुड़ में केमिकल रंगों ने बिगाड़ी सेहत : होली पर लोग हुए शिकार, सरकारी और निजी अस्पतालों में उमड़ी भीड़

होली पर लोग हुए शिकार, सरकारी और निजी अस्पतालों में उमड़ी भीड़

tricity Today | हापुड़ में केमिकल रंगों ने बिगाड़ी सेहत

Hapur News : जिले में होली का त्यौहार बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया गया। वहीं केमिकल युक्त रंगों का इस्तेमाल न करने के लिए लोगों को काफी जागरूक किया गया था, इसके बाद भी कुछ शरारती लोगों में जागरूकता देखने को नहीं मिली। नतीजा यह रहा कि इन रंगों ने कई लोगों की सेहत बिगाड़ दी। किसी की आंखें लाल हो गईं तो किसी की त्वचा झुलस गई, किसी को खुजली वाले दाने निकल आए। हापुड़ के सरकारी और निजी अस्पतालों की ओपीडी में आंखों में जख्म और त्वचा में खुजली की शिकायत वाले कई मरीज पहुंचने शुरू हो गए।

अस्पतालों की ओपीडी में आंखों के मरीज 
दरअसल, अस्पतालों की ओपीडी में पहुंचे रोगियों में ज्यादातर रोगी आंखों की शिकायत लेकर पहुंचे, त्वचा में एलर्जी की शिकायत लेकर पहुंचने वालों की संख्या भी काफी थी, चिकित्सकों के मुताबिक यह मिलावटी रंगों के असर से हुआ है।सोमवार को होली हर्षोल्लास के साथ मनाई गई, लेकिन रसायन युक्त रंगों ने लोगों को परेशान किया। बुजुर्ग हो या बच्चे सभी लोग होली की मस्ती में डूबे दिखाई दिए। लाल, हरा, काला, पीला, गुलाबी, सफेदा रंग लगाए चेहरे सड़कों पर खूब नजर आए, लेकिन शाम ढलते- ढलते मिलावटी रंगों ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया, जिसके बाद लोगों की आंखों में जलन और शरीर में खुजली की शिकायत होने लगी। लोग आंखों और त्वचा संबंधी शिकायत लेकर गढ़ रोड़ स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और निजी चिकित्सकों के पास पहुंचने लगे।

शरारती लोग कर रहे केमिकल रंगों का उपयोग 
स्वास्थ्य विभाग के नेत्र रोग विशेषज्ञ व सर्जन डॉक्टर अतुल आनंद ने बताया कि अन्य वर्षों के मुकाबले इस वर्ष लोग रसायन युक्त रंगों को लेकर अधिक जागरूक हुए हैं और हर्बल रंगों का चलन भी बढ़ा है। कुछ शरारती लोग अपनी केमिकल युक्त रंग लगाने से बाज नही आए, मिलावटी रंगों से लोगों की काली पुतली में जख्म हो गया है।

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