बढ़ते तापमान से इंसान परेशान, रोजाना दो दर्जन परिंदे गवां रहे जान

तपिश में झुलसा हापुड़ : बढ़ते तापमान से इंसान परेशान, रोजाना दो दर्जन परिंदे गवां रहे जान

बढ़ते तापमान से इंसान परेशान, रोजाना दो दर्जन परिंदे गवां रहे जान

Tricity Today | हरदिन दो दर्जन परिंदे गवां रहे जान

Hapur News : बढ़ते तापमान के साथ ही लोगों को गर्मी परेशान करने लगी है, तपती गर्मी से इंसान ही नहीं पशु-पक्षी भी परेशान है। इससे बचने के लिए पक्षी लोगों के घरों-कमरों में प्रवेश कर रहे है। वह घरों-कमरों में लगे छत के पंखो को महसूस नहीं कर पा रहे है। कई पक्षी बचाव करने के बावजूद पंखे की चपेट में आ रहे है। दरअसल, पक्षी पंखे के पास जाते हैं तो पंखुड़िया पास खींच लेती है। इससे रोज 25 से 30 पक्षी गंभीर रूप से घायल होकर अस्पताल पहुंच रहे है। वहीं, रोजाना 10 से 12 कबूतर की मौत हो रही है।

ऐसे बच सकती हैं बेजुबानों की जान 
यह तो सब ही जानते हैं कि परिंदे चंद दानों और पानी के मोहताज हैं। गर्मी की तपिश उन्हें मौत के नजदीक ले जा रही हैं। आशियाना न सही उन्हें दाना-पानी जरूरी दीजिए, क्योंकि आपके डाले हुए चंद दानों व थोड़े से पानी से इन बेजुबानों की जिंदगी बच सकती है। गर्मी के सितम से केवल इंसान ही नहीं, परिंदे भी परेशान हैं। तो कई मौत के शिकार हो चुके हैं। हापुड़ शहर के जैन धर्म चैरिटेबल बर्ड्स अस्पताल में हर दिन बीमार और जख्मी परिंदों को लेकर लोग पहुंच रहे हैं। शहर में पेड़ों की संख्या में भी भारी कमी हो गई है, जिससे पक्षियों को तेज धूप से बचना मुश्किल हो जाता है। लिहाजा वह आसमान में लगातार उड़ते रहते हैं, जिससे गर्मी के कारण उनके शरीर में पानी की कमी हो जाती है और वे कमजोर होकर जमीन पर गिर जाते हैं।

ऐसे करें पक्षियों की हिफाजत
डॉक्टर निशांत कौशिक बताते हैं कि लोगों के थोड़े से प्रयास से पक्षियों को जीवनदान दिया जा सकता है। छत के छांव वाले हिस्से में मिट्टी के बर्तन में पानी रखें। हर दिन पानी बदल दें। साफ पानी रखें। जिससे पक्षी सेहतमंद रहे। अगर कोई गिरा हुआ या बीमार पक्षी मिले तो उसका सिर बाहर रखकर पानी में डाले। सिर पर हल्का बर्फ लगाएं। जिससे उसकी जान बच सकती है। डा. निशांत कौशिक के अनुसार पक्षी हमारे पर्यावरण तंत्र के महत्वपूर्ण घटक हैं। उनके जीवन व सुरक्षा की चिंता हमको ही करनी है। 

ऐसे में कुछ सावधानी रखकर बचा पक्षियों की जान  
-पक्षियों के नाम का एक पेड़ अवश्य लगाएं, जिससे उनको भविष्य में आशियाना मिल सके
-घरों के बाहर छाया वाले स्थानों पर पक्षियों के रहने-बैठने के लिए टोकरी टांगें।
-पक्षियों को पीने के लिए घरों के आसपास दीवारों व छतों पर दाना- पानी रखें।
-खुले कमरों में छत का पंखा लगा होने पर प्रयास करें वहां पक्षी ना पहुंचे।
-छत के पंखों पर जाल लगवा लें। यह बेहद सस्ते होते हैं और पक्षियों की जान बचा सकते हैं।
-पक्षियों के घायल होने पर - 9219192219 नंबर पर सूचना दें। अस्पताल की पक्षी एंबूलेंस उनका रेस्क्यू कर लेगी।

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