Hapur/Bulandshahr : राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में यात्री परिवहन को सुगम बनाने के लिए नमो भारत रैपिड रेल का विस्तार अब बुलंदशहर, हापुड़ और खुर्जा तक किया जाएगा। एनसीआर प्लानिंग बोर्ड द्वारा तैयार की गई इस महत्वाकांक्षी योजना से लाखों यात्रियों को लाभ मिलने की उम्मीद है।
82 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर पर सेवा शुरू
गाजियाबाद से जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक प्रस्तावित 72.4 किलोमीटर के एलिवेटेड ट्रैक पर 22 स्टेशन होंगे, जिनमें 11 रैपिड रेल और 11 मेट्रो स्टेशन शामिल हैं। लगभग 20,000 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना को 2031 तक पूरा करने का लक्ष्य है। वर्तमान में साहिबाबाद-मोदीनगर खंड पर रैपिड रेल का संचालन जारी है। अगले चरण में 2025 तक दिल्ली-मेरठ के बीच 82 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर पर सेवा शुरू की जाएगी। साथ ही, एक्वा मेट्रो लाइन को भी नमो भारत ट्रेन से जोड़ा जाएगा।
दिल्ली से मेरठ तक ट्रेन परिचालन की प्रगति
साहिबाबाद से मोदीनगर तक नमो भारत रैपिड रेल का परिचालन पहले ही शुरू हो चुका है। यह रूट यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आया है। 2025 तक दिल्ली से मेरठ तक 82 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर पर भी ट्रेन सेवा शुरू होने की योजना है। इसके साथ ही, इस परियोजना के तहत एक्वा मेट्रो लाइन को भी नमो भारत ट्रेन से जोड़ा जाएगा।
मेट्रो नेटवर्क का विस्तार
गाजियाबाद का विकास और यातायात सुधार मेट्रो नेटवर्क के विस्तार से और सशक्त होगा। गाजियाबाद मेट्रो के तीसरे फेज के तहत नोएडा सेक्टर-62 से साहिबाबाद स्टेशन तक 5.017 किलोमीटर लंबा रूट विकसित किया जा रहा है। इसमें पांच स्टेशन होंगे और इसकी अनुमानित लागत 1873.31 करोड़ रुपये है। 2047 तक गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) क्षेत्र का कई गुना विस्तार होने की संभावना है। इस विस्तार के साथ अन्य मेट्रो रूटों और यातायात सुविधाओं की आवश्यकता भी बढ़ेगी।
विकास के लिए फंडिंग एक चुनौती
हालांकि, यह परियोजना विकास के नए दरवाजे खोलने का वादा करती है, लेकिन इसके लिए फंडिंग एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। सरकार और संबंधित प्राधिकरण फंडिंग के स्रोत तलाशने में जुटे हैं।
लंबी अवधि के लक्ष्यों की ओर कदम
नमो भारत रैपिड रेल परियोजना NCR के यातायात को क्रांतिकारी रूप से बदलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस परियोजना के तहत बनाए जा रहे कॉरिडोर, स्टेशनों और मेट्रो नेटवर्क से लाखों लोगों को फायदा होगा। इससे न केवल यात्रा सुगम होगी, बल्कि क्षेत्रीय विकास को भी नई गति मिलेगी। एनसीआर क्षेत्र में नमो भारत रैपिड रेल का विस्तार भविष्य की यातायात आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है। यह योजना सिर्फ यात्रा को आसान बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि क्षेत्रीय विकास, रोजगार और आर्थिक गतिविधियों में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी।