Hapur News : रोडवेज बसों का संचालन सुधारने और यात्रियों की सुविधाओं के लिए शहर के बीचों बीच बने रोडवेज बस अड्डे को शहर से बाहर शिफ्ट करने की तैयारी है। बस अड्डे में यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी और अन्य राज्यों के लिए भी आसानी से बसें मिल सकेंगी। इसको लेकर रोडवेज मुख्यालय से भी एआरएम को जमीन की तलाश के लिए पत्र भेजा गया है।
जमीन उपलब्ध कराए जाने की मांग की
जमीन की तलाश को लेकर जिला प्रशासन से रोडवेज अधिकारियों ने पत्राचार कर जमीन उपलब्ध कराए जाने की मांग की है। दरअसल, हापुड़ शहर में मेरठ रोड पर रोडवेज बस अड्डा, डिपो और वर्कशाप हैं। शहर के बीचों बीच स्थित इस बस अड्डे से लखनऊ, बरेली, दिल्ली, हल्द्वानी, नोएडा सहित विभिन्न मार्गों के लिए 106 बसों का संचालन होता है। इससे बस अड्डा के आसपास और शहर में जाम की स्थिति बनी रहती है। बस अड्डे में पीछे की तरफ वर्कशाप भी बनी है, जहां दर्जनभर बसें हमेशा खड़ी रहती हैं।
लंबे रूट वाले यात्रियों को होती है परेशानी
रोडवेज बस अड्डे में सुविधाओं की बात करें तो वह भी अधूरी हैं। बसें पुरानी हो चुकी हैं और व्यवस्थाएं भी दुरुस्त नहीं है। शहर में जाम की समस्या को देखते हुए दिन के समय लंबे रूट की बसों का संचालन शहर से न होकर बाईपास से ही निकाल दिया जाता है, लेकिन चालक बसों को रात्रि के समय में भी शहर से बसें नहीं निकालती और बाईपास पर ही सवारियां उतार देते हैं। ऐसे में यात्रियों को लंबे रूट पर परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अधिकारियों से भी इसकी अनेक बार शिकायत की जा चुकी है।
यह सुविधाएं बढ़ाई जाएगी
शहर के बाहर रोडवेज बस अड्डे शिफ्ट होने के साथ ही यात्रियों के लिए सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। यहां से उत्तराखंड, दिल्ली, आदि प्रदेशों व दूरस्थ स्थानों के लिए रोडवेज बसें मिलेंगी। यात्रियों के बैठने, खान पान, शौचालय, वेटिंग रूम, शुद्ध पेयजल आदि का सुविधा नए बस अड्डे में मिल सकेगी।
क्या बोले रोडवेज अधिकारी?
सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक संदीप कुमार नायक का कहना है कि जिले के यात्रियों को हाईटेक सुविधा दिलाने के सेटेलाइट रोडवेज बस अड्डा बनाने की योजना तैयार की जा रही है। इस संबध में मुख्यालय से भी पत्र मिला है, जिसके बाद जमीन की तलाश शुरू कर दी गई है। इस संबंध में जिला प्रशासन से पत्रचार कर जमीन उपलब्ध कराने की मांग की गई है। जमीन मिलते ही शासन को प्रस्ताव भेजकर बजट मांगा जाएगा। बस अड्डा बनने से यात्रियों के लिए सुविधाएं बढ़ेंगी और उनका सफर भी आसान होगा।