Hapur : हापुड़ में स्थित पिलखुवा का अपना अलग ही इतिहास रहा है अंदाजा इस बात से लगा सकते हो कि पिलखुवा की महिलाएं पहले से ही आत्मनिर्भर हैं, लेकिन योगी सरकार आने के बाद और भी ज्यादा रोजगार बढ़ा है। हापुड़ की जिलाधिकारी मेधा रूपम का कहना है कि आज के समय में पिलखुवा के हर घर में रोजगार है। अधिकतर घरों की महिलाएं अपने घरों में कपड़ों की छिपाई और कढ़ाई-बुनाई का काम करती हैं।
पिलखुवा का बाजार बड़े बाजारों में शामिल
दरअसल, पिलखुवा का बाजार यूपी के बड़े बाजारों में शामिल हैं। पिलखुवा कपड़ों का बाजार में रूप में जाना जाता है। यहां पर ऊनी और गर्म कपड़ों की ज्यादा डिमांड है। इलाके में सूक्ष्म और लघु उद्योग काफी ज्यादा है। जिसकी वजह से पिलखुवा की अधिकतर सभी महिलाएं कोई ना कोई रोजगार करती हैं।
योगी सरकार में हुआ बहुमुखी विकास
मेघा रूपम का कहना है कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद बहुमुखी विकास हुआ है। लोगों को रोजगार मिल रहा है। रोजगार के क्षेत्र में हापुड़ ने बड़ा नाम कमाया है। खास तौर पर महिलाओं को प्राथमिकता से रोजगार दिया गया है। जिलाधिकारी मेघा रूपम का कहना है कि यूपी इन्वेस्टर्स समिट में सैकड़ों निवेशकों ने हापुड़ में उद्योग लगाने की इच्छा जाहिर की है। जिसमें सबसे ज्यादा कपड़ा व्यापारी शामिल है। ऐसे में अब वह भी ज्यादा रोजगार हापुड़ जिले में आएगा।