Hapur News : पुरानी पेंशन योजना बहाली संयुक्त मंच के पदाधिकारियों और सदस्यों ने पुरानी पेंशन योजना बहाल करने को लेकर जिला मुख्यालय पर धरना देकर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रधानमंत्री को संबोधित करते हुए ज्ञापन एसडीएम सदर को सौंपा।
केन्द्र सरकार के कर्मचारियों के लिये राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली
ज्ञापन में बताया गया कि भारत सरकार ने सीसीएस (पेंशन) नियम 1972 के तहत परिभाषित गारंटीकृत पेंशन योजना को बिना किसी गारंटी अंशदायी पेंशन योजना में बदल दिया, जिसका नाम एक अप्रैल 2004 को या उसके बाद केन्द्र सरकार के कर्मचारियों के लिये राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एन.पी.एस ) था और उसी योजना को कुछ राज्य सरकारो द्वारा लागू किया गया जिसमें उत्तर प्रदेश राज्य सम्मलित था।
पचास प्रतिशत गारंटीकृत पेंशन के रूप में भुगतान किया जाता है
केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार के समस्त कर्मचारी संगठनों द्वारा एन.पी.एस का पुरजोर विरोध किया गया क्योंकि एन.पी.एस से पेंशन फंड से रिर्टन की प्रवृत्ति बाजार के अधीन है। एन.पी.एस के क्रियान्वयन के 18 वर्षों के बाद यह स्पष्ट रूप से पता चला कि पुरानी पेंशन योजना जहां कर्मचारी के अन्तिम वेतन का पचास प्रतिशत गारंटीकृत पेंशन के रूप में भुगतान किया जाता है की तुलना में एन.पी.एस से पेंशन बहुत कम है। सरकारी कर्मचारी और उनके परिवार के सदस्य सेवानिवृत्ति के बाद एक सभ्य और सम्मानित सेवानिवृत्त जीवन और भारत के सविधान के अनुच्छेद 21 के तहत जीने के हकदार है।
उन्होंने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि इस गंभीर विषय में हस्तक्षेप करते हुए एन.पी.एस को वापस लेने और सभी केन्द्र सरकार राज्य सरकार के कर्मचारियों, शिक्षकों की गारंटीकृत पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने की कृपा करें।
यह रहे मौजूद
नार्दन रेलवे मैंस यूनियन के शाखा अध्यक्ष इरशाद खान, मंत्री राजेश अग्रवाल, इंद्रमोहन सिंह, रविंद्र, अमरीश पाल, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष विजयपाल सिंह, धर्मेंद्र जाखड़, ब्रिगेडर सिंह, धनवीर सिंह, पुनीत शर्मा, पुनीत सिंह, शशि शर्मा, डिप्लोमा इंजीनियर महासंघ के अध्यक्ष अशोक कुमार, भारत भूषण, राज्य एवं वस्तु कर के प्रचार मंत्री मनीष चंदौला, कृषि विभाग से शशि कुमार, अमीन संग्रह के जिलाध्यक्ष धनवीर सिंह, सिंचाई विभाग से देवेंद्र सिंह, पंचायत सचिव से कुलदीप तेवतिया, वन विभाग से मोहम्मद खालिद, व्यापार कर विभाग से नंद किशोर सैनी, नरेंद्र सिंह, सरयु प्रसाद, मातृ शिशु कल्याण स्वास्थ्य विभाग से जिलाध्यक्ष रश्मि देवी, बेसिक शिक्षा संघ के जिलाध्यक्ष देवेंद्र सिंह सिसोदिया, नीरज चौधरी आदि मौजूद थे।