Hapur : जिले में जहरीली हवा ने दमा और सांस के मरीजों की टेंशन बढ़ा दी है। लोगों को आंखों में जलन, सांस लेने में दिक्कत और गले में खराश की समस्या महसूस हो रही है। दीपावली से पहले ही जिले में प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है। रविवार को AQI 343 पहुंच गया। घना प्रदूषण छाए रहने से हापुड़ गैस चैंबर में बदल चुका है।
सड़कों पर विजिबिलिटी काफी कम
मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, फिलहाल बारिश की संभावना नहीं है। ऐसे में प्रदूषण से राहत की कोई उम्मीद नहीं है। पर्यावरण विशषज्ञों के अनुसार, प्रदूषण से निपटने के लिए सरकारी उपाय नाकाफी साबित हो रहे हैं। सुबह के समय आसमान में धुंध और स्मॉग की चादर है। इससे सड़कों पर विजिबिलिटी काफी कम है। लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। जिले में शुक्रवार को प्रदूषण का स्तर इस साल का सबसे ज्यादा रहा था। वायु गुणवत्ता सूचकांक बढ़कर 400 पहुंच गया था। इससे लोगों को आंखों में जलन के साथ ही सांस फूलने व त्वचा में संक्रमण होने की शिकायत होने लगी।
प्रदूषण से बचाव के लिए इन बातों का रखें ख्याल
घर से बाहर निकलते समय मुंह पर मास्क जरूर लगाएं।
प्रदूषण के असर से अपनी त्वचा और आंखों को बचाने के लिए जब भी घर से बाहर निकलें तो आंखों पर चश्मा जरूर लगाएं।
घर के बाहर सड़क को गीला करें। ऐसा करने से धूल के दूषित कण हवा में नहीं उड़ेंगे।