Tricity Today | प्रतिभागी छात्रों को दिया गया प्रमाणपत्र
अंतिम दिन प्रतिभागी छात्रों को दिया गया प्रमाणपत्र
Lucknow News : डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर एडवांस्ड स्टडीज की ओर से कुलपति प्रो प्रदीप कुमार मिश्र के निर्देशन में चल रहे तीन कार्यशालाओं का शुक्रवार को समापन हो गया। इस मौके पर सहभागिता करने वाले छात्रों को प्रमाणपत्र वितरित किया गया। एक कार्यशाला डिजाइन एंड सिमुलेशन यूजिंग एन्सिस और जंगरोधी समस्या और निवारण पर हुई जबकि एक सोलर थर्मल तकनीकी पर आयोजित की गई। जिसमें पांचों दिन विशेषज्ञों ने छात्रों को तकनीकी जानकारी दी।
इन लोगों ने दी छात्रों को इस बारे में जानकारी
डॉ अनुज कुमार शर्मा ने छात्रों को डिजाइन एंड सिमुलेशन यूजिंग एन्सिस के बारे में बताया। इस दौरान छात्रों ने सॉफ्टवेयर पर मॉडल बनाकर उसका अध्ययन किया। वहीं, डॉ गोपाल ने जंगरोधी समस्या और उसके निदान के विभिन्न तकनीकी पक्षों को बताया। वहीं, सौर उर्जा पर आयोजित कार्यशाला में बीएचयू, मणिपाल विश्वविद्यालय, आईआईटी बीएचयू, जीएलए विश्वविद्यालय और सोलर एनर्जी रिसर्च लेबोरेटरी पंढरपुर महाराष्ट्रा के विशेषज्ञों ने छात्रों को सौर उर्जा की जानकारी दी।
पांचो दिन सोरल उर्जा के बारे में कुछ नया बताया गया
पहले दिन विशेषज्ञों ने सोलर कुकिंग, सोलर कम्युनिटी किचन के बारे में छात्रों को विस्तार से बताया। वहीं, दूसरे दिन सौर उर्जा के भंडारण, गुणवत्ता, इकोनॉमिक्स, कॉर्बन क्रेडिट के साथ ही उसकी चुनौतियों की जानकारी दी। कहा कि भारत में सौर उर्जा का बहुत बड़ा भंडार है। जिसका संचय करना बहुत जरूरी है। तीसरे दिन बताया गया कि किस तरह सौर उर्जा के उपयोग से खारे पानी को पीने योग्य बनाया जा सकता है। विशेषज्ञों ने कहा कि जिस तरह मीठ पानी की किल्लत बढ़ती जा रही है ऐसे में खारे पानी को पीने योग्य बनाना जरूरी है। कार्यशाला के चौथे और पांचवे दिन सौर उर्जा के जरिये कृषि में योगदान, उपज में वृद्धि के साथ ही सौर उर्जा से संबंधित उपकरणों के तकनीकी पक्ष को बताया गया।
कार्यशाला में प्रदेश के 50 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया
इस पांच दिवसीय कार्यशाला में प्रदेश के करीब 50 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। संचालन डॉ पुष्पेंद्र कुमार सिंह ने किया। इस मौके पर कुलपति प्रो प्रदीप कुमार मिश्र ने कहा कि इस तरह के आयोजन से छात्रों को विभिन्न विषयों के बारे में गहरायी से जानने का मौका मिलता है जो काफी फायदेमंद है। वहीं, सेंटर फॉर एडवांस्ड स्टडीज के निदेशक प्रो एमके दत्ता ने कहा कि इन कार्यशालाओं के आयोजन से छात्र दक्ष होंगे। जो उनको भविष्य में काफी काम आएगा।