Lucknow : आयुष अवस्थी लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार की दोबारा वापसी के बाद से सीएम योगी आदित्यनाथ लगातार सक्रिय मोड में हैं। यही वजह है कि भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के साथ ही प्रशासनिक फेरबदल भी करने में कोई गुरेज नहीं कर रहें हैं। अब यूपी शासन में उच्च स्तर पर जल्द ही प्रशासनिक फेरबदल करने जा रहा है। इसके अलावा फील्ड स्तर पर भी प्रशासनिक अधिकारियों को इधर से उधर किया जाएगा। लेकिन ऐसा होने की संभावना ईद के बाद है। बता दें कि यूपी काडर के पांच वरिष्ठ आइएएस अधिकारी 30 अप्रैल को रिटायर हो रहे हैं।
ये IAS अधिकारी हुए रिटायर
माह का आखिरी कार्यदिवस होने के नाते व्यावहारिक तौर पर वो शुक्रवार को ही सेवानिवृत्त हो गए हैं। रिटायर होने वालों में कृषि उत्पादन आयुक्त (एपीसी) आलोक सिन्हा, राजस्व परिषद अध्यक्ष मुकुल सिंघल, नई दिल्ली में तैनात प्रदेश के स्थानिक आयुक्त प्रभात सारंगी, अपर मुख्य सचिव उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण एमवीएस रामी रेड्डी और सचिव उच्च शिक्षा शमीम अहमद खां शामिल हैं। आलोक सिन्हा के पास एपीसी के अलावा अपर मुख्य सचिव ऊर्जा व अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत विभाग का भी चार्ज था।
नए IAS अफसरों को मिल सकती है तैनाती
ऐसे में इन महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारियां नए अधिकारियों को देने के लिए शासन स्तर पर वरिष्ठ अधिकारियों के तबादले जल्दी होंगे। इनके अलावा चार जिलों के जिलाधिकारी सचिव रैंक में प्रमोट हो चुके हैं। इनमें वाराणसी, लखनऊ, अलीगढ़ और इटावा के जिलाधिकारी शामिल हैं। इन अधिकारियों को शासन सतर पर सचिव या मंडलायुकत के पद पर तैनाती दी जाएगी और उनके स्थान पर नए अधिकारियों की बतौर जिलाधिकारी तैनाती की जाएगी।