Tricity Today | AIMIM असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए
Luckmow : यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इसी के चलते AIMIM असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए अतीक अहमद और उनकी पत्नी को पार्टी में शामिल किया है। साथ ही मीडिया को सम्बोधित करते हुए कई बड़े एलान किये हैं। उन्होंने कहा कि इस बार यूपी का मुसलमान चुनाव जीतेगा। 100 सीटों पर लड़ने का ऐलान कर चुके ओवैसी ने कहा कि मुस्लिमों के हालात बदतर हैं। हमारी पार्टी के यहां लड़ने से दूसरी पार्टियों के पेट में दर्द क्यों हो रहा है। ओवैसी ने कहा, हम किसी के एजेंडे पर नहीं चलते।
AIMIM में शामिल हुए अतीक अहमद
इस बार यूपी का मुसलमान जीतेगा। यूपी में मुस्लिमों के हालात बदतर हैं। 60 सालों से दूसरों को जिताया है, अब खुद जीतेंगे। और हमारे यहां चुनाव लड़ने से दूसरी पार्टियों के पेट में दर्द क्यों हो रहा है। हम 100 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। लखनऊ में ओवैसी ने जेल में बंद बाहुबली अतीक अहमद और उनकी पत्नी परवीन को पार्टी में शामिल कराया है। उन्होंने कहा, हमारी पार्टी का मुख्य उद्देश्य भारतीय जनता पार्टी को हराना है।
सपा, बसपा राजनीति तौर पर अछूत बनाने की कोशिश में लगी
हिंदुओं को टिकट देने के सवाल पर ओवैसी ने कहा कि पिछड़े और दलित हमारे भाई हैं, बिल्कुल टिकट देंगे।ओवैसी ने आगे कहा, हम जनता के बीच जाएंगे और बताएंगे कि सपा और बसपा की तरफ से हमें राजनीति तौर पर अछूत बनाने की कोशिश में लगी हुई है। सपा सरकार में भी मुस्लिम-यादव समीकरण से सरकार और मुख्यमंत्री तो बनाते हैं लेकिन हिस्सेदारी नहीं रह जाती है। मुजफ्फरनगर दंगों के समय भी अखिलेश ही सीएम थे।
अहमदाबाद जेल में बंद है पूर्व बाहुबली सांसद
बाहुबली अतीक अहमद अभी अहमदाबाद की जेल में देवरिया कांड के बाद से सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बंद है। उन्हें अब मुख्तार अंसारी की तरह प्रदेश में वापस लाने की तैयारी की जा रही है इसको लेकर कयास भी लगाए जा रहे हैं कि इसको लेकर कोर्ट में एप्लीकेशन देकर अपील भी की जा सकती है। बाहुबली अतीक अहमद का राजनीतिक इतिहास काफी लंबा रहा है। अतीक अभी तक 5 बार विधायक और 1 बार सांसद रह चुके हैं। दो बार समाजवादी पार्टी की सदस्यता ले चुके हैं और दो बार अपना दल की भी सदस्यता ले चुके हैं। विधानसभा चुनाव से पहले सपा से निकाले जाने के बाद अभी वो किसी राजनैतिक दल से नहीं जुड़े हैं। जिसके चलते अब वो अपने परिवार के साथ ओवैसी की पार्टी की सदस्यता ली है।