लखनऊ : यूपी विधानसभा उपाध्यक्ष चुनाव के नतीज़े आ गए हैं। सपा के बागी विधायक रहे नितिन अग्रवाल विधानसभा में डिप्टी स्पीकर चुने गए। नितिन अग्रवाल को कुल 304 वोट मिले जबकि सपा के घोषित उम्मीदवार नरेंद्र वर्मा को सिर्फ 60 वोट मिले। विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने बताया कि कुल 368 वोट पड़े जिसमें 364 वोट वैध रहे और 4 वोट अवैध रहे। बता दें कि नितिन अग्रवाल पूर्व राज्यसभा सदस्य नरेश अग्रवाल के पुत्र हैं। नरेश अग्रवाल हरदोई सदर से लगातार सात बार जीतकर विधानसभा पहुंचे है।
यूपी में कुल 403 विधानसभा सीटें
वर्तमान में, 403 सदस्यीय राज्य विधानसभा में भाजपा के 304 विधायक हैं और समाजवादी पार्टी के पास 49 विधायक हैं। भाजपा की सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) के 9 विधायक हैं। यह चुनाव 2022 के विधानसभा चुनावों से कुछ महीने पहले हुआ है। परंपराओं के अनुसार, प्रमुख विपक्षी दल के एक विधायक को विधानसभा का उपाध्यक्ष बनाया जाता है। राज्य विधानसभा के अंतिम उपाध्यक्ष भाजपा के राजेश अग्रवाल थे, जो 2004 में निर्विरोध चुने गए थे।
सपा ने नरेंद्र वर्मा को घोषित किया था उम्मीदवार
समाजवादी पार्टी की तरफ से नरेंद्र सिंह वर्मा ने नामांकन दाखिल किया था। सपा संख्या बल कम होने के बाद भी इस चुनाव में भाजपा को वॉकओवर देने के मूड में नहीं थी। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की संस्तुति के बाद पार्टी की ओर से शनिवार को सीतापुर जिले के महमूदाबाद से विधायक नरेंद्र सिंह वर्मा को उपाध्यक्ष पद का उम्मीदवार घोषित किया गया था।
पिता ने दी थी बेटे नितिन को सीट
बता दें कि साल 2008 में पूर्व राज्यसभा सदस्य नरेश अग्रवाल ने यह सीट अपने पुत्र नितिन के हवाले कर दी और खुद केंद्र की राजनीति करने चले गए। नितिन अग्रवाल ने अपने पिता के भरोसे को कायम रखा और उप चुनाव बीएसपी के टिकट पर लड़ा और जीते। इसके बाद वे एसपी में चले गए और 2012 व 2017 में एसपी के टिकट पर विधानसभा पहुंचे।