Tricity Today | हाई टेंशन लाइन की चपेट में आने से आग का गोला बनी बस
Ghazipur Police : उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में सोमवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। जिसमें यात्रियों से भरी बस हाईटेंशन विद्युत लाइन की चपेट में आ गई और उसमें आग लग गई। वहीं इस बस के अंदर फंसे लोगों में से करीब दस जिंदा जल गए। यह पूरी घटना मरदह थाना क्षेत्र के महाहर धाम के पास की बताई जा रही है। इस हादसे को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी संज्ञान लिया है और मौके पर अधिकारियों को तुरंत पहुंचने के निर्देश दिए। जिसके बाद डीएम सहित सभी अधिकारी मौके पर पहुंचे। वहीं इस हादसे के बाद पुलिस को लोगों के गुस्से का भी सामना करना पड़ा।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि मऊ के रानीपुर क्षेत्र की लड़की की शादी मुहम्मदाबाद के महमूदपुर गांव में तय हुई थी। यह शादी महाहरधाम के समीप भैरो मंदिर पर होनी थी। इसी लिए लड़की पक्ष के लोग भैरो मंदिर आ रहे थे। महाहरधाम मंदिर के समीप बैरियर पर बस रोक दी गई। जहां से दुल्हन बस से उतरकर पैदल ही मंदिर चली गई। इसके बाद बस चालक ने बस को नहर पटरी के रास्ते से घुमाकर मंदिर पर ले जाने लगा तभी इस बीच रास्ते में लटक रहे 11 हजार बस से छू गया। इसके बाद तो बस धू धूकर जलने लगी।
हालत बेकाबू होते ही मौके पर पहुंचे अधिकारी
हालात बेकाबू ही मरदह, विरनव, कासिमाबाद और दुल्लहपुर थानों की फोर्स मौके पर पहुंची है। गुस्साए ग्रामीणों ने उन पर पथराव किया। कुछ अधिकारियों को भी चोट लगी है। डीएम आर्यका अखौरी, पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश सिंह और एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराया।
सीएम योगी देंगे 5 लाख रुपए
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजीपुर हादसे का संज्ञान लिया। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए देने का ऐलान किया है। साथ ही सीएम ने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। वहीं, झुलसे लोगों को तत्काल अस्पताल पहुंचकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
जान बचाकर बाहर आयी महिला ने बताई आपबीती
इस हादसे में जिंदा बची महिला ने बताया कि जैसे ही आग लगी मैं आगे बैठी थी तभी मैं बस से नीचे उतर गई और बाकी कई लोग बस से बाहर नहीं उतर पाए। उस बस से मेरी बच्ची भी नहीं निकल पाई। मेरी ननद भी जिंदा जल गई। इस हादसें में कई बारातियों की मौत हुई है। मेला लगा होने के नाते पुलिस ने हमें उस रास्ते से नहीं जाने दिया। मजबूरी में बस को नहर के रास्ते ले जना पड़ा तभी मंदिर कुछ ही दूर बाकी था तभी ये हादसा हुआ है।
घटना की हो रही जांच
पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह भी मौके पर पहुंच गए हैं। एसपी ने बताया कि गाड़ी जनपद के बाहर की है। यह घटना कैसे हुई है, देखा जा रहा है। कितने लोगों की मौत हुई है। अभी यह बता पाना मुश्किल है।