लखनऊ। राजधानी स्थित नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान (चिड़ियाघर ) में सोमवार को 100वां स्थापना दिवस मनाया गया। जिसमें बतौर मुख्यअतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल हुए। इस मौके पर सीएम ने तीन बाघों का नामकरण भी किया। दो नर बाघों का शेरखान व सिम्बा तथा बाघिन का नाम साक्षी रखा। इसके साथ ही नर तेंदुए का नाम तेजस और मादा का नाम भवानी रखा है। मुख्यमंत्री ने इस दौरान कहा कि हमारी सरकार सभी मानव के साथ जीव-जन्तु के प्रति भी बेहद संवेदनशील है।
वैश्विक महामारी में मनुष्य के साथ प्राणी को भी बचाया
उन्होंने कहा कि इटावा के लायन सफारी में कुछ शेरों को कोरोना हुआ था। इसकी जानकारी होते ही उनका उपचार भी कराया गया। इसके बाद वह ठीक हो गए थे। हमारी सरकार न केवल मनुष्य बल्कि इस वैश्विक महामारी की चपेट में कोई भी प्राणी आया तो उसको भी बचाया गया। नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान (चिड़ियाघर) के शताब्दी समारोह कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जीव-जन्तु ही नहीं बल्कि संपूर्ण पर्यावरण की रक्षा करना प्रत्येक नागरिक का दायित्व होना चाहिए।
डाक टिकट हुआ जारी
लखनऊ के प्राणि उद्यान सौ वर्षों की यात्रा पर डाक विभाग ने आज एक डाक टिकट जारी किया है। यह सब अपने आप में न केवल संग्रहणीय हैं। बल्कि इनके पीछे हम सब के लिए बहुत कुछ प्रेरणादायक भी है। मैं वन विभाग और नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान, लखनऊ को 100 वर्षों की शानदार यात्रा के लिए हृदय से बधाई देता हूं। उन्होंने कहा प्राणि उद्यान लखनऊ की राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग पहचान है। इस अवसर पर मैं सबका हृदय से अभिनंदन करता हूं। इससे पहले मुख्यमंत्री ने नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान के शताब्दी समारोह के अवसर पर शताब्दी स्तम्भ का अनावरण तथा डाक टिकट एवं शताब्दी स्मारिका का विमोचन भी किया।