एडीसीपी चिंरजीव नाथ सिंहा ने 25 पशु-पक्षियों को गोद लिया, 28 साल से जारी है परंपरा

लखनऊः एडीसीपी चिंरजीव नाथ सिंहा ने 25 पशु-पक्षियों को गोद लिया, 28 साल से जारी है परंपरा

एडीसीपी चिंरजीव नाथ सिंहा ने 25 पशु-पक्षियों को गोद लिया, 28 साल से जारी है परंपरा

Tricity Today | एडीसीपी चिंरजीव नाथ सिंहा ने 25 पशु-पक्षियों को गोद लिया

राजधानी लखनऊ में वन्य जीवों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान ( चिड़ियाघर) में मंगलवार को वन्य प्राणी पंजीकरण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर शामिल हुए। आपको बता दें कि लखनऊ के चिड़ियाघर में पशु-पक्षियों को गोद लेने की एक ऐतिहासिक परंपरा है। यह 1994 से निरंतर जारी है। इस परंपरा के तहत स्वयंसेवी संस्था और जीवन से प्रेम करने वाले लोग चिड़ियाघर के जानवरों को गोद लेते हैं। जिसके बाद उस जानवर पूरी जिम्मेदारी उस व्यक्ति या संस्थान की होती है। विगत कई सालों से जानवरों को गोद लेने के बाद अपनी जिम्मेदारी पूरी तरीके से निर्वाहन कर रहे हैं।

इस मौके पर बेजुबानों के प्रति दया का भाव रखने वाले लखनऊ मध्य जोन में तैनात अपर पुलिस उपायुक्त चिरंजीव नाथ सिन्हा ने ज्येष्ठ माह के दूसरे बड़े मंगल पर नई पहल करते हुए चिडिय़ाघर के 25 पशु-पक्षियों को गोद लिया है। उनके सालभर के भोजन से लेकर दवाई व अन्य खर्च वह करेंगे। यह सब वह अपने खुद के वेतन, बैचमेट और व्यापारी साथियों की मदद से करेंगे। जानवरों व पशु पक्षियों के प्रति प्रेम भाव को देखते हुए चिड़ियाघर के निदेशक ने आर के सिंह ने सराहना करते हुए ज़ू का ब्रांड एम्बेसडर नियुक्त किया है

इस दौरान पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने कहा कि पशु पक्षियों को गोद लेने वाली लखनऊ की ऐतिहासिक परंपरा बहुत ही सराहनीय है। यदि पर्यावरण और जनजीवन के प्रति लोग ऐसे ही जागरूक रहे, तो इससे पर्यावरण का संतुलन बना रहेगा। वहीं इस अवसर पर चिड़ियाघर के निदेशक आरके सिंह ने बताया कि लखनऊ वासियों के द्वारा हमेशा से ही चिड़ियाघर को संपूर्ण रुप से सहयोग मिला है। निदेशक ने यह भी कहा कि चिड़ियाघर में पूरी व्यवस्था की कर ली गयी है। आम जनता के लिए जल्द ही कोविड-19 के तहत यहां के द्वार खोले जाएंगे।

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