Tricity Today | कुड़ियाघाट का बहुत प्राचीन इतिहास रहा है
राजधानी स्थित सुप्रसिद्ध कुड़िया घाट के सौंदर्यीकरण का आज लोकार्पण हुआ। साथ ही नगर निगम द्वारा ऑनलाइन ऐप के माध्यम से सशुल्क सेवाओं का शुभारंभ किया गया है। इस मौके पर महापौर संयुक्ता भाटिया, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, विधायक नीरज बोरा, एमएलसी बुक्कल नवाब मौजूद रहे।
आपको बता दें कि गोमती नदी के तट पर स्थापित कुड़ियाघाट का बहुत प्राचीन इतिहास रहा है। यह तट कौंडिल्य ऋषि का आश्रम था और यहीं पर उन्होंने भगवान शिव के साक्षात दर्शन प्राप्त किये थे। अब इस घाट के सौंदर्यीकरण के लिए 554.15 लाख रुपये खर्च किए गए हैं। विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों में मूर्तियों का विसर्जन गोमती नदी में किया जाता था, जिसको बंद करते हुए पर्यावरण और गोमती नदी की स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए नए मूर्ति विसर्जन स्थल का निर्माण, मूर्ति विसर्जन स्थल की तरफ जाने वाले आरसीसी मार्ग का निर्माण, नए विसर्जन स्थल की सीढियों और बैठने की व्यवस्था की गई है।
इसके अलावा नवनिर्माण, घाट पर सार्वजनिक शौचालय और वाहन पार्किंग आदि पर काम किया गया है। नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा कि नगर निगम और नगर विकास मंत्रालय लगातार ऐसे काम करता रहेगा, जिससे प्रदेश की सुंदरता में चार चांद लगते रहें। साथ ही उन्होंने कहा कि घाट पर स्थित तटों की और गोमती की साफ सफाई के लिए हम निरन्तर प्रयासरत हैं। आने वाले दिनों में परिणाम आपके सामने होंगे।