Lucknow: सरकारी बैंकों के निजीकरण के विरोध में बैंक कर्मियों के हड़ताल का मंगलवार को दूसरा दिन था। लगभग 10 लाख बैंककर्मी व अधिकारियों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल 15 मॉर्च से शुरू हुई थी। यूपी की राजधानी लखनऊ में भी इस हड़ताल का असर देखने को मिल रहा है। बीते दिन SBI शाखा में बैंक कर्मियों का प्रदर्शन हुआ, जिसके बाद आज राजधानी के कर्मचारी आंदोलनरत रहे।
सोमवार को जिस तरह से बैंकों में ताला लटका हुआ था, वहीं आज भी बैंकों के यही हाल हैं। बैंक कर्मी एवं अधिकारी सोमवार और मंगलवार को कार्य बहिष्कार पर रहे। इस मामले पर जानकारी देते हुए SBI कर्मचारी यूनियन के यूपी उपाध्यक्ष योगेंद्र सिंह ने कहा, अगर सरकार हमारी मांग नहीं मानती, तो यह हड़ताल अनिश्चित काल तक जा सकती है।
बता दें कि, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हड़ताल से देशभर में करीब 2 करोड़ चेक पेंडिग होने के चलते लगभग 16,500 करोड़ की राशि फंसी है। इसके अलावा नकद निकासी, जमा व कारोबारी लेनदेन पर भी व्यापक असर पड़ा है। सोमवार को हड़ताल की वजह से 30 हज़ार करोड़ का लेनदेन प्रभावित रहा। जबकि मंगलवार को 35 - 40 हज़ार करोड़ का लेनदेन प्रभावित होने का अनुमान लगाया जा रहा है।