मानसिक रूप से विक्षिप्त दो सगी बहनें हुई अनाथ, एक है कैंसर से ग्रसित, मदद के लिए सरकार से लगा रही गुहार

Lucknow Special Story : मानसिक रूप से विक्षिप्त दो सगी बहनें हुई अनाथ, एक है कैंसर से ग्रसित, मदद के लिए सरकार से लगा रही गुहार

मानसिक रूप से विक्षिप्त दो सगी बहनें हुई अनाथ, एक है कैंसर से ग्रसित, मदद के लिए सरकार से लगा रही गुहार

Tricity Today | मानसिक रूप से विक्षिप्त दो सगी बहनें हुई अनाथ

कोरोना वायरस संक्रमण के चलते अब तक लाखों लोग अपनी जान गवा चुके हैं जिसके कारण सैकड़ों बच्चों के सर से माता-पिता का साया उठ गया और वह अनाथ हो गए। ऐसा ही एक मामला लखनऊ के मोहनलालगंज क्षेत्र के जबरौली गांव का प्रकाश में आया है जहाँ पर कोरोना के कहर ने मानसिक रूप से विक्षिप्त दो बेटियों को अनाथ कर दिया।

आपको बता दें की चंदी पासी की चार बेटियां थी जिसमे से दो बेटियों का विवाह पहले ही हो चुका था, जिसके बाद परिवार में चंदी पासी और मानसिक रूप से विक्षिप्त दोनों बेटियां ही घर में उनके साथ रहती थी।परिवार पर कोरोना का कहर इस कदर टूटा की कोरोना संक्रमण के कारण 3 अप्रैल को चंदी पासी की मृत्यु हो गई पिता की मौत की खबर मिलते ही शादीसुदा बेटी अपने मायके पहुची। पिता के जाने का दुःख बर्दाश्त नही कर पाई और कुछ दिन बाद ही 11 अप्रैल को बेटी सावित्री की भी मौत हो गई। जिसके बाद मानसिक रूप से विक्षिप्त बच्चियों की देखरेख करने वाला परिवार में कोई नहीं बचा।

पिता और विवाहित बहन की मौत के बाद परिवार का कोई भरण पोषण करने वाला नही बचा जिसके चलते विवाहित बहन रेशमा ही मानशिक विछिप्त  बहनों की देख-रेख करने के लिए अपने पति और बच्चों के साथ मायके में रुकना पड़ा। ऐसे हालतों में वो ज़बरदस्त आर्थिक तंगी से जूझ रही हैं। रेशमा बताती है कि बड़ी बहन मानसिक रूप से विक्षिप्त होने के साथ ही कैंसर बीमारी से ग्रसित है जिसका इलाज समय से नही हुआ तो उसको भी हम खो देंगे।



रेशमा ने बताया कि अभी तक  सरकार की तरफ से कोई मदद नही मिली है और न ही प्रशासन की तरफ से कोई भी इनके परिवार की सुध लेने पहुचां है। आर्थिक तंगी के चलते दो वक्त की रोटी के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है। रेशमा ने सीएम योगी और ज़िला प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहीं है रेशमा का कहना है कि यदि समय रहते उनकी मदद नही हुई तो परिवार के अन्य सदस्य इलाज के अभाव में और भुखमरी के कारण दम तोड़ देंगे।

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