Lucknow : सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने बीते मंगलवार की सुबह अचानक बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के आवास पर पहुंच गए। दोनों के बीच करीब एक घंटे तक चर्चा हुई। इस शिष्टाचार भेंट के बाद से सियासी पारा गरम हो गया,और इसके कई राजनीतिक मायने लगाए जाने लगे। मुलाकात के बाद बीजेपी के ऊपर हर मामले में हमला करने वाले ओपी राजभर के सुर भी बदले नजर आए। राजभर ने कहा कि अगर उनकी पांच मांगो को बीजेपी मान लेती है तो वो बीजेपी से गठबंधन करने पर विचार कर सकते है।
ओपी राजभर का बयान झूठ और फरेब पर आधारित
एआईएमआईएम के प्रवक्ता असीम वकार ने कहा कि ओपी राजभर ने चैनल पर एक बयान में कहा ओवैसी भी भारतीय जनता पार्टी के एलाइंस का हिस्सा बनेंगे उन्होंने कहा जिस तरह से शहनवाज हुसैन उसी तरह से वह ओवैसी को भी बीजेपी में साथ लेकर जाएंगे। मैं इस बात का विरोध करता हूं यह हमारे नेता की बेइज्जती है। उनका मिलान शाहनवाज हुसैन के साथ किया जा रहा है।
ओपी राजभर का बयान सरासर झूठ और फरेब पर आधारित है। ओपी राजभर सत्ता के लिए अपनी जाति के साथ धोखा कर सकते हैं। लेकिन मैं एआईएमआईएम के प्रवक्ता होने के नाते वचन देता हूं कि हमारी पार्टी अपनी कौम के साथ न तो धोखा करेंगी और ना ही किसी को इसकी इजाजत देंगी। हम कभी भी ऐसे किसी मोर्चे का हिस्सा नहीं बनेंगे जिस मोर्चे से भारतीय जनता पार्टी की बू आती हो। हम उस पार्टी को हराने का काम करेंगे जो बीजेपी के साथ चुनाव में जाएगा, राजभर भी अगर बीजेपी के साथ जाएंगे तो हम इन्हें भी हराएंगे।
शिष्टाचार भेंट को राजनीति से ना जोड़ें
सुहेलदेव समाज पार्टी के मुख्य प्रवक्ता अरुण राजभर ने कहा कि ओम प्रकाश राजभर ने कल भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से मिले वह एक निजी और शिष्टाचार भेंट थी, उन्होंने स्पष्ट मीडिया के सामने कहा कि आप हमारे निजी संबंधों के बीच मिले और वह हमारी शिष्टाचार मुलाकात थी हम भारतीय जनता पार्टी के गठबंधन के साथ नहीं जाना चाहते। जिस तरह से वकार साहब बयान दे रहे हैं कि हम भाजपा के साथ गठबंधन करेंगे और उन को हराने के लिए भाजपा के साथ नहीं जाएंगे।
वकार को ओम प्रकाश राजभर को समझने में काफी समय लगेगा, अभी आप जहां राजनीति कर रहे हैं वहां की राजनीति से और आज की राजनीति में बहुत अंतर है। अभी आपको हमने धरातल दिया तो आपको पच नहीं पा रहा है। आप किस को जिताना चाहते हैं यह जनता तय करेगी लेकिन ओम प्रकाश राजभर जिस मिजाज के हैं वह स्पष्ट कर चुके हैं कि भारतीय जनता पार्टी के साथ नहीं जा रहे हैं। यह आप कैसे सोच सकते हैं कि हम भाजपा के साथ जा रहे हैं। अगर व्यक्तिगत संबंधों को आप राजनीति से जोड़ते हैं तो आप साजिश के शिकार हैं।