Tricity Today | सार्वजनिक स्थानों पर फेंका मलबा तो भरना होगा पचास हजार जुर्माना
लखनऊ : दीपावली के बाद शहर की खराब सड़कों से उठे धूल और पटाखों से राजधानी की हवा दूषित हो गई है। जिससे वायु प्रदूषण अपने सामान्य स्तर से करीब चार गुना तक बढ़ गया है। गुरुवार को लखनऊ की वायु गुणवत्ता 320 के पार पहुँच गयी है। जिसे कम करने के लिए नगर निगम सख्ती के मूड़ में आ गया है। वायु प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ सख्ती अपनाई है। अब अगर किसी ने सार्वजनिक स्थलों पर मलबा फेंका तो पचास हजार का जुर्माना भरना पड़ सकता है और अगर कूड़ा जलाया तो पांच हजार का जुर्माना लगेगा।
नगर निगम ने प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए शुरू किया कार्य
बता दें कि वाहनों के आवागमन तथा हवा चलने पर सड़क पर जमा धूल और मिट्टी के कण वातावरण में छा जाते हैं। इसके अतिरिक्त नगरीय क्षेत्रों में कूड़ा जलाने से भी वायु प्रदूषण बढऩे की संभावना रहती है। निर्माण सामग्री के अवशेष से भी वायु प्रदूषण होता है। हॉट स्पाट को चिह्नित कर निर्माण, बिल्डिंग मैटेरियल, रोड डस्ट, इंडस्ट्रियल क्षेत्र में प्रदूषण, ट्रैफिक जाम एवं कूड़ा जलाने से उत्पन्न वायु प्रदूषण को विभिन्न विभागों के सहयोग से नियंत्रित करने के लिए नगर निगम ने कार्य शुरू कर दिया है।
वायु प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई
नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने बताया कि वायु प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश सभी जोनल अधिकारियों और अभियंताओं को दिए हैं। अधिकारियों की टीम के साथ नगर आयुक्त ने शहर के विभिन्न इलाकों का दौरा भी किया। निर्माण कराने वाली कार्यदायी संस्थाओं पर भी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं, जो वायु प्रदूषण फैला रही हैं। उनके खिलाफ जुर्माना भी लगाया गया है।