मुस्लिम धर्मगुरु बोले- इबादतगाहों पर सियासत अच्छे मुल्क की निशानी नहीं, मस्जिद कमेटी ने सर्वे पर उठाए सवाल

ज्ञानवापी मामला : मुस्लिम धर्मगुरु बोले- इबादतगाहों पर सियासत अच्छे मुल्क की निशानी नहीं, मस्जिद कमेटी ने सर्वे पर उठाए सवाल

मुस्लिम धर्मगुरु बोले- इबादतगाहों पर सियासत अच्छे मुल्क की निशानी नहीं, मस्जिद कमेटी ने सर्वे पर उठाए सवाल

Tricity Today | मौलाना यासूब अब्बास

Lucknow : उत्तर प्रदेश में वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे का काम पूरा होने के बाद ये विवाद और गहरा गया है। हिंदू पक्ष की तरफ से दावा किया गया है कि मस्जिद परिसर के अंदर शिवलिंग मिला है, जबकि मुस्लिम पक्ष का कहना है कि वो शिवलिंग नहीं फव्वारा है। आज वाराणसी कोर्ट में इसपर सुनवाई हुई है। फिलहाल कोर्ट कमिश्नर ने सर्वे रिपोर्ट जमा कराने के लिए दो दिन का वक्त और मांगा है, जिसपर चार बजे फैसला आएगा। वहीं, मस्जिद कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट में दायर अपनी याचिका में सर्वे कराने पर ही सवाल उठाए हैं।

इबादतगाहों पर सियासत अच्छे मुल्क की निशानी नहीं
ज्ञानवापी मामले में शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि इबादतगाहों पर सियासत अच्छे मुल्क की निशानी नहीं। हमारे मुल्क में शिक्षा, विकास, ग़रीबी, बेरोज़गारी पर बात नहीं हो रही। बस मंदिर मस्ज़िद पर सियासत हो रही है। धर्म और सियासत को अलग रखना चाहिए। हिंदुस्तान में आपसी भाईचारा बनाए रखे। 

लोकसभा चुनाव जीतने के लिए बनाया जा रहा है मुद्दा
वहीं इस्लामिक स्कॉलर मौलाना डॉ. कल्बे सिब्तैन नूरी ने कहा है कि 2024 का लोकसभा चुनाव जीतने के लिए फिर धार्मिक स्थलों को मुद्दा बना कर धुर्वीकरण की कोशिश की जा रही है। लेकिन मुसलमानों को इन हालात में भी सुप्रीम कोर्ट पर विश्वास है। हम सभी को देश की एकता और भाईचारे का ख्याल रखना चाहिए। सरकार मुद्दों पे बात नहीं कर रही है।

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