Lucknow News : उत्तर प्रदेश को 'एक्सप्रेसवे स्टेट' कहा जाने लगा है। दरअसल, पिछले 5 वर्षों के दौरान योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार ने युद्ध स्तर पर काम करके सूबे में नए एक्सप्रेसवे बनाए हैं। जिनके जरिए आम आदमी की यात्रा सुगम हो गई है, लेकिन अपराधी इन महामार्गों पर लोगों को निशाना बना रहे हैं। पुलिस और प्रशासन की सक्रियता के बावजूद लूटपाट की घटनाएं हो रही हैं। यही वजह है कि लखनऊ -आगरा, यमुना और पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर पिछले 6 महीनों में करीब डेढ़ दर्जन लूटपाट की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। लुटेरे गिरोह बनाकर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। इसके लिए अलग-अलग हथकंडे अपनाते हैं। एक्सप्रेसवे पर सफर करने वाले राहगीरों और बसों को अपना निशाना बना रहे हैं। असलहों के बल पर, कभी लिफ्ट मांगने के बहाने और कई बार गाड़ी खराब होने का बहाना बताकर दूसरे लोगों की गाड़ियों में बैठ जाते हैं। उनसे लूटपाट करके फरार हो जाते हैं। हालांकि, पुलिस ने अधिकांश घटनाओं का खुलासा कर दिया है। ऐसे गिरोहों का पर्दाफाश किया है। इस मुद्दे पर हमारे संवाददाता संदीप तिवारी ने राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार से खास बातचीत की है। पेश हैं प्रमुख अंश...
एक्सप्रेस-वे पर पुलिस कैसे रखती है नजर
एडीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा, "लूटपाट की घटनाओं में अप्रत्याशित कमी आई है, जो घटनाएं हुई हैं उन्हें वर्कआउट किया गया है। वहीं, इन घटनाओं को रोकने के लिए राज्य के सभी एक्सप्रेस-वे पर जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे की मदद से निगरानी की जा रही है। पेट्रोलिंग के लिए एक्सप्रेसवे अथॉरिटी और डायल-112 की गाड़ियों को जोड़ रखा है। जो लगातार निगरानी करती हैं। इसके अलावा उन जगहों को चिन्हित किया गया है, जहां लूटपाट की घटनाएं ज्यादा हुई हैं।" एडीजी ने आगे कहा, "यूपी में जिन एक्सप्रेसवे का निर्माण हो रहा है, उन पर इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए पहले से सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं।"
अपराधियों से कैसे बचा जा सकता है
एडीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा, "एक्सप्रेसवे पर यात्रा करते वक्त सावधानियां बरतनी जरूरी हैं। मसलन, अनजान वाहन चालकों से लिफ्ट नहीं लेनी चाहिए। केवल सार्वजनिक यातायात के साधनों पर भरोसा करना चाहिए। जल्दीबाजी और कम किराए के चक्कर में फंसकर बड़ी आपराधिक घटना का शिकार हो सकते हैं। सभी एक्सप्रेसवे पर इमरजेंसी सेवाएं उपलब्ध हैं। एक से दो किलोमीटर की दूरी पर इमरजेंसी सर्विससेज से जुड़े टोल फ्री नंबर लिखे हैं। अगर कोई कार खराब होती है या टायर पंक्चर जैसी घटना दिखाई देती है तो उसे सुधारने की जिम्मेदारी इमरजेंसी सर्विसेज की है। रास्ते में अगर कोई इस तरह का व्यक्ति आपको रुकने का इशारा करता है तो नहीं रुकना चाहिए। मदद मांगने के नाम पर लूटपाट की घटना हो सकती हैं। एक्सप्रेसवे पर लिफ्ट लेने और लिफ्ट देने से बचना चाहिए।
यूपी के एक्सप्रेसवे पर लूट की कुछ घटनाएं 1. 30 मार्च की सुबह करीब 7 बजे यमुना एक्सप्रेसवे पर लिफ्ट लेकर कार में सवार हुए युवक ने कार मालिक को रास्ते में अन्य साथियों के साथ मिलकर बंधक बना लिया। इसके बाद युवक को पिस्टल दिखाकर नकदी और मोबाइल लूट लिया। बदमाशों ने कार मालिक के हाथ-पैर बांधकर कार में पीछे डाल दिया। डीजल खत्म होने पर एक पेट्रोल पंप पर कार रोकी तो कार मालिक ने शोर मचा दिया। इससे बदमाश मौके से भाग गए।
2. 2 मार्च को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर लुटेरों ने लिफ्ट देकर युवक को कार में बैठाया और आगे चलकर असलहे के बल पर उसे लूट लिया। वारदात को अंजाम देने के बाद लुटेरे चलती कार से युवक को फेंककर भाग निकले। हालांकि, पुलिस ने लखनऊ के पास काकाेरी थानाक्षेत्र में पांचों लुटेरों को कार समेत घेराबंदी करके दबोच लिया था।
3. 5 अप्रैल को रायबरेली के रामपुर निवासी राजेश कुमार ट्रांसपोर्ट नगर से डीसीएम पर 48 फ्रिज लादकर आजमगढ़ जा रहे थे। रात करीब दो बजे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर टोल प्लाजा से आगे गुजरकर उसने नींद लेने के लिए सड़क किनारे डीसीएम रोक दी। इसी बीच बोलेरो सवार कुछ लोगों ने पता पूछने के बहाने गेट खुलवा कर उसे दबोच लिया। लात-घूंसों से पिटाई की। उसे सड़क पर फेंक दिया और फ्रिज लदा पूरा डीसीएम लेकर चंपत हो गए।
4. 30 दिसंबर 2021 को दिल्ली से 60 यात्रियों को लेकर दरभंगा (बिहार) जा रही बस को ड्राइवर आलम चला रहा था। यमुना एक्सप्रेसवे पर खंदौली टोल प्लाजा के पास सुबह ईको कार सवार चार लोगों ने ओवरटेक करके बस को रोक लिया। बस चालक और हेल्पर की पिटाई की। उन्हें बस से उतार दिया और पैसेंजर्स समेत बस ले गए। इधर, बस चालक ने यूपी-112 पर बस लूटने की सूचना दी। पुलिस ने चेकिंग शुरू करके लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया था।
5. बीते 6 अप्रैल को मथुरा जिले में बदमाशों ने यमुना एक्सप्रेसवे पर लूट की बड़ी वारदात को अंजाम दिया। बदमाशों ने एक प्राइवेट बस को हाईजैक कर लिया। इसके बाद चलती बस में हथियारों के बल पर सवारियों से लूटपाट की। वारदात को अंजाम देकर बदमाश बस रुकवाकर आसानी से फरार हो गए। लूट की यह वारदात थाना सुरीर क्षेत्र में हुई थी। दिल्ली से हमीरपुर जा रही प्राइवेट बस में छह बदमाश सवारी बनकर चढ़े थे। जब यह बस यमुना एक्सप्रेसवे पर माइल स्टोन 88 के पास पहुंची तो बदमाशों ने हथियारों के दम पर बस को हाईजैक कर लिया। बदमाशों ने सवारियों से लाखों रुपये की नकदी और जेवरात लूट लिए।