Tricity Today | सीएम योगी ने सुल्तानपुर में तैयारियों का लिया जायजा
लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजना पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन मंगलवार को होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 16 नवंबर को सुल्तानपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शुभारंभ करेंगे। पीएम इसे प्रदेश सरकार की पूर्वांचल में बड़ी उपलब्धि बताते हुए चुनावी बिगुल का शंखनाद करेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी से सुल्तानपुर पहुंचकर पीएम के दौरे को लेकर हो रही सभी तैयारियों का जायजा लिया।
प्रदेश की राजधानी लखनऊ को पूर्वी क्षेत्रों से जोडऩे के लिए इस एक्सप्रेस-वे की एक बड़ी भूमिका होगी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि मंगलवार को दिन में करीब एक बजे उद्घाटन का कार्यक्रम शुरू होगा। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में एयर फोर्स के लड़ाकू विमान करीब आधा घंटा तक करतब भी दिखाएंगे। इस एक्सप्रेस-वे चालू हो जाने से लखनऊ से गाजीपुर का सफर अब आसान होगा। लखनऊ को पूर्वी उत्तर प्रदेश से जोडऩे वाले करीब 341 किलोमीटर लम्बा एक्सप्रेस-वे 36 महीनों में बनकर तैयार हुआ है। इससे लखनऊ से पूर्वी उत्तर प्रदेश की यात्रा काफी सुगम हो जाएगी।
यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की सौगात देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को सुल्तानपुर आ रहे हैं। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे। सीएम योगी अखिलेश सरकार में बने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का जवाब पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से देंगे। उद्घाटन के दिन पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे दो राजनीतिक दलों के बीच चुनावी समर का अखाड़ा बनेगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपना ड्रीम प्रोजेक्ट बताकर चुनाव में एक बड़ी उपलब्धि दिखाने की कोशिश करेंगे तो वहीं अखिलेश यादव इसे अपनी सरकार की उपलब्धि बताकर जनता को जोड़ने का प्रयास करेंगे।
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की डिजाइन स्पीड 120 किलोमीटर प्रतिघंटा है लेकिन इसकी निर्धारित स्पीड 100 किलोमीटर प्रति घंटा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन से पहले सुल्तानपुर में तैयारियों की समीक्षा की। इससे पहले उन्होंने 12 तारीख को समीक्षा की थी। 16 नवंबर को सुल्तानपुर में बड़ी जनसभा आयोजित की गई है और इस जनसभा के बाद 45 मिनट एयर शो आयोजित किया गया है। लखनऊ से आजमगढ़ और मऊ होते हुए गाजीपुर तक 341 किमी लंबे इस एक्सप्रेस-वे पर वाहनों के आवागमन पर जहां समय के लिहाज से पूर्वी और पश्चिमी यूपी के बीच की दूरी कम हो जाएगी, वहीं व्यापार और वाणिज्य को भी पंख लगेंगे।
योगी सरकार द्वारा प्रदेश के पूर्वी क्षेत्रों के विकास के लिए सुल्तानपुर, अमेठी, अयोध्या, अंबेडकरनगर के अलावा आर्थिक रूप से कम विकसित जिलों आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर को लखनऊ से जोड़ने के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण कराया गया है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे लखनऊ-सुल्तानपुर रोड (एनएच-731) पर स्थित ग्राम चांद सराय (लखनऊ) से प्रारंभ होकर यूपी-बिहार सीमा से 18 किमी पूर्व राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-31 पर स्थित ग्राम हैदरिया पर समाप्त होगा। वर्तमान में एक्सप्रेस-वे छह लेन चौड़ा है, जिसे आठ लेन तक विस्तार दिया जा सकता है।