राजधानी लखनऊ में थाईलैंड की रहने वाली युवती की कोरोना संक्रमण से मौत के बाद इस मामले में लखनऊ पुलिस कड़ी से कड़ी जोड़ने में लगी है। मामला हाई प्रोफाइल परिवार से जुड़ा होने के कारण इस पूरे प्रकरण की जांच डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन कर रहे हैं। पुलिस के मुताबिक, पूछताछ में स्पा के मैनेजर सलमान और गार्ड ने यह स्वीकारा है कि युवती काफी समय से उनके यहां काम कर रही थी। यहां वो पहले भी काम कर चुकी है। युवती गोमती नगर के दो स्पा में काम करती थी।
2019 से लखनऊ में थी
सलमान जिस स्पा का मैनेजर है। उसका मालिक राकेश शर्मा है। जो छत्तीसगढ़ का रहने वाला है। युवती को कोरोना के लक्षण मिलने पर सलमान ने ही उसे एक कमरा दिलाया था। बाद में उसकी हालत खराब होने पर सलमान ने ही उसे अस्पताल में भर्ती कराया था। पुलिस को पासपोर्ट से युवती का नाम पियाथीडा विचापोर्नस्कुल पता चला है। उसका पासपोर्ट 19 फरवरी 2018 में बना और वर्ष 2019 से वह लखनऊ में ही रह रही थी।
पुलिस कमिश्नर को राज्यसभा सांसद ने लिखा था पत्र
भारतीय जनता पार्टी से राज्यसभा सदस्य सांसद संजय सेठ ने रविवार को पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने कहा था कि इस पूरे मामले की जांच गहनता से होनी चाहिए। थाइलैंड की युवती लखनऊ कैसे पहुंची। वो यहां पर किन लोगों के संपर्क में रही, साथ ही किस आधार पर सपा नेता और कुछ मीडिया से जुड़े लोगों ने उनके बेटे का नाम इसमें शामिल किया। उन्होंने यह भी कहा कि मेरे परिवार को बदनाम करने के लिए विपक्ष के लोगों की ओर से षडयंत्र रचा गया है। अस्पताल में भर्ती कराने वाले सलमान पर जिस्मफरोशी का आरोप लगा है।
मामले की जांच कर रहे डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन
मामला तूल पकड़ने पर पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के निर्देश के बाद डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन के नेतृत्व में गठित एक टीम इस प्रकरण की जांच कर रही है। पुलिस की पूछताछ में थाईलैंड की युवती को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराने वाले एजेंट सलमान से पूछताछ की जा रही है। जबकि युवती की मदद के लिए सलमान को फोन करने वाले राकेश शर्मा से भी पूछताछ की जायेगी।