Lucknow / Gautambudh Nagar : उत्तर प्रदेश रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (रेरा) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, जनवरी से अक्टूबर 2024 के दौरान प्रदेश में लगभग 220 नई रियल एस्टेट परियोजनाएं पंजीकृत हुई हैं, जो राज्य में रियल एस्टेट क्षेत्र में बढ़ती पारदर्शिता और आपसी विश्वास का संकेत देती है। उत्तर प्रदेश रेरा अध्यक्ष संजय भूसरेड्डी ने बताया कि इस वर्ष रेरा के माध्यम से पंजीकरण में आई तेजी इस बात का प्रमाण है कि हितधारक रियल एस्टेट क्षेत्र में बढ़ते विश्वास को महसूस कर रहे हैं।
छोटे शहरों के प्रोमोटर्स कर रहे मानकों का पालन
रेरा द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, नॉन-एनसीआर के जनपदों में एनसीआर की अपेक्षा नए परियोजना पंजीकरण में अधिक वृद्धि दर्ज की गई है। आंकड़ों में बताया गया कि नॉन-एनसीआर क्षेत्र में 144 (65%) और एनसीआर में 76 (35%) परियोजनाओं का पंजीकरण हुआ है। मथुरा, अयोध्या, बरेली, मुरादाबाद, झाँसी, प्रयागराज, वाराणसी और लखनऊ जैसे शहरों में नॉन-एनसीआर के पंजीकरण दर्शाते हैं कि छोटे शहरों के प्रोमोटर्स भी रेरा के मानकों का पालन कर रहे हैं और खरीदारों में विश्वास बढ़ा रहे हैं। एनसीआर में गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद और मेरठ जैसे प्रमुख शहर शामिल हैं।
रेरा पोर्टल पर 3,756 से अधिक प्रोजेक्ट रजिस्टर्ड
रेरा के दिशानिर्देशों के अनुसार, पंजीकृत परियोजनाओं में परियोजना पंजीयन संख्या, क्यूआर कोड, प्रोजेक्ट कलेक्शन एकॉउन्ट विवरण सहित अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों का विज्ञापनों और रेरा पोर्टल पर उपलब्ध कराया जा रहा है, जिससे पारदर्शिता और विश्वसनीयता को बढ़ावा मिल रहा है। वर्तमान में प्रदेश में कुल 3,756 से अधिक परियोजनाएं पंजीकृत हैं, जिनमें से 1,701 एनसीआर में और 2,055 नॉन-एनसीआर में स्थित हैं। इनमें से लगभग 1,700 नवीन और 2,056 ऑनगोइंग परियोजनाएं हैं, जिनमें से 1,210 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं और उन्हें आवश्यक प्रमाण पत्र प्राप्त हो चुके हैं।
नोएडा में सबसे अधिक प्रोजेक्ट
गौतम बुद्ध नगर, लखनऊ और गाजियाबाद जैसे प्रमुख जिलों में रेरा के प्रति जागरूकता का नतीजा है कि बड़ी संख्या में परियोजनाएं पंजीकृत की गई हैं। गौतम बुद्ध नगर में 1,015 परियोजनाएं, लखनऊ में 780 और गाजियाबाद में 470 परियोजनाएं हैं, जो रियल एस्टेट में उभरते हुए विकास का प्रतीक हैं।
ट्रांसपेरेंट इनफार्मेशन उपलब्ध कराने का प्रयास
संजय भूसरेड्डी ने कहा कि उत्तर प्रदेश रेरा का प्रयास है कि सभी हितधारकों को परियोजनाओं की जानकारी पारदर्शिता के साथ उपलब्ध हो और वे विश्वासपूर्वक अपने निवेश के निर्णय ले सकें। उन्होंने यह भी बताया कि रेरा के इस प्रयास से भविष्य में प्रदेश में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे और आवासीय सुविधाओं में सुधार होगा। रियल एस्टेट सेक्टर के इस प्रगतिशील विकास के बीच, रेरा की भूमिका सुनिश्चित करती है कि परियोजनाओं का नियमन और विनियमन जारी रहे।