lucknow : उत्तर प्रदेश के अयोध्या की तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास को आगरा के ताजमहल में प्रवेश से रोकने के बाद अब 5 मई को दोबारा फिर जाएंगे। वहां जाकर परमहंस भगवान शिव की पूजा-अर्चना करेंगे। शनिवार को उन्होंने बयान जारी करते हुए सनातन धर्म को मानने वाले लोगों से अपील करते हुए ज्यादा से ज्यादा संख्या में ताजमहल के पश्चिमी गेट पर पहुंचने की अपील की है। उन्होंने कहा कि ताजमहल का इतिहास गलत बताया गया है। पहले यहां पर भगवान शिव का मंदिर था। जिसे तेजोमहालय के नाम से जाना जाता था।
हिंदू राष्ट्र घोषित करने के लिए करेंगे सनातन धर्म संसद
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वहीं पर भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने के लिए सनातन धर्म संसद भी करूंगा। जो पूरी तरह से संवैधानिक दायरे में किया जाएगा। बता दें कि बीते बुधवार को महंत परमहंस दास ने धर्मदंड की जगह भगवा वस्त्र पहनकर जाने पर ताजमहल में प्रवेश से रोकने का आरोप लगाया था। ताजनगरी में विश्व हिंदू परिषद, हिंदू महासभा समेत संगठनों ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के खिलाफ प्रदर्शन भी किया था।
परमहंसाचार्य ने दी चेतावनी
परमहंसाचार्य ने अपने अनुयायियों से अपील की है कि 5 मई को सुबह करीब 11 बजे सभी सनातन धर्मावलंबी शिष्य ताजमहल पहुंचें। वह अब ताजमहल का दीदार करने अपने अनुयायियों के साथ जाएंगे। परमहंसाचार्य ने चेतावनी दी कि यदि इस बार रोका गया तो ताजमहल के गेट पर आमरण अनशन करेंगे। आरोप था कि वहां मौजूद धर्म विशेष के लोगों के इशारे पर ताजमहल की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा बलों ने उनके साथ बदसलूकी की। अनुयायी का मोबाइल छीन कर फोटो और वीडियो डिलीट भी किया था।