अनूप गुप्ता और प्रांशु दत्त द्विवेदी को भाजपा ने थमाया विधान परिषद का टिकट, पुराने कार्यकर्ताओं को मिली तरजीह

UP MLC Election 2022 : अनूप गुप्ता और प्रांशु दत्त द्विवेदी को भाजपा ने थमाया विधान परिषद का टिकट, पुराने कार्यकर्ताओं को मिली तरजीह

अनूप गुप्ता और प्रांशु दत्त द्विवेदी को भाजपा ने थमाया विधान परिषद का टिकट, पुराने कार्यकर्ताओं को मिली तरजीह

Tricity Today | अनूप गुप्ता और प्रांशु दत्त द्विवेदी

Lucknow News : भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को राज्य में होने वाले विधान परिषद चुनाव के लिए 30 उम्मीदवारों की सूची जारी की है। इनमें 2 नाम बड़े खास हैं। एक उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के महामंत्री अनूप गुप्ता और दूसरे यूपी भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष प्रांशु दत्त द्विवेदी हैं। इन दोनों चेहरों को विधान परिषद का टिकट देकर भारतीय जनता पार्टी ने बड़ा संदेश दिया है। दोनों लंबे अरसे से पार्टी की राजनीति में सक्रिय हैं। इससे पार्टी की युवा कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ाने की सोच परिलक्षित होती है। अनूप गुप्ता और प्रांशु दत्त द्विवेदी को टिकट मिलने से भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल है।

अनूप गुप्ता का भाजपा में लम्बा कार्यकाल
लखीमपुर के निवासी अनूप गुप्ता को भाजपा में उनके पैतृक इलाके से उम्मीदवार बनाया है। उन्हें पिछले साल भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी में महामंत्री बनाया गया था। वह इससे पहले दो बार प्रदेश मंत्री रह चुके हैं। लखीमपुर के ओयल कस्बे के निवासी अनूप गुप्ता ने विद्यार्थी परिषद से राजनीतिक जीवन की शुरूआत की थी। वाईडी कॉलेज की छात्र राजनीति के बाद एबीवीपी के सीतापुर विभाग मंत्री बने। इसके बाद लखनऊ में भाजपा कार्यालय के मंत्री बने। 2013 से दो बार प्रदेश कार्यकारिणी में मंत्री रहे। यूपी भाजपा में अनूप गुप्ता के बारे में कहा जाता है कि वह बिना सिफारिश आगे बढ़ने वाले सामान्य कार्यकर्ता हैं। भाजपा युवा मोर्चा से लेकर तमाम आनुषंगिक संगठनों में काम करने का ढाई दशक से ज्यादा अनुभव है।

चुनावों में बेजोड़ रणनीति के माहिर
भारतीय जनता पार्टी में अनूप गुप्ता की पहचान कर्मठ, अनुशासित और योग्य पदाधिकारी के रूप में होती है। उत्तर प्रदेश भाजपा के लिखाई-पढ़ाई से जुड़े तमाम काम अनूप गुप्ता के पास रहते हैं। विधानसभा और लोकसभा चुनाव में अनूप गुप्ता रणनीति बनाने और उसे धरातल पर उतारने के माहिर माने जाते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैलियों से जुड़ा काम अनूप गुप्ता के जिम्मे रहा। इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में कंट्रोल रूम से जुड़ी जिम्मेदारियों का उन्होंने निर्वाह किया। पिछले दो लोकसभा और विधानसभा चुनावों के दौरान अनूप गुप्ता ने पूरी मेहनत के साथ काम किया। जिसके लिए उन्हें पिछले साल प्रदेश महामंत्री नियुक्त किया गया और अब विधान परिषद सीट के लिए उम्मीदवार बनाया गया है।

प्रांशु दत्त बहुत नीचे से शीर्ष तक आए
भाजपा की राजनीति में प्रांशु दत्त द्विवेदी का कद और बढ़ गया है। उन्हें भी भाजपा ने इटावा-फर्रुखाबाद सीट से विधान परिषद का टिकट दिया है। प्रांशु अभी भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हैं। मेहनत के बल पर उन्होंने संगठन में अपनी जगह बनाई है। प्रांशु दत्त द्विवेदी ने सक्रिय राजनीति की शुरुआत वर्ष 2002 से युवा मोर्चा का नगर उपाध्यक्ष बनकर की। वर्ष 2003 में वह युवा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष बने। वर्ष 2005 में युवा मोर्चा का जिलाध्यक्ष बनाया गया। वर्ष 2008 में भाजपा नेतृत्व ने उन्हें 'कमल क्लब' का प्रदेश संयोजक बनाया। प्रांशु को 2011 में युवा मोर्चा का प्रदेश मंत्री और 2013 में राष्ट्रीय मंत्री बनाया गया। 2018 में स्थानीय निकाय प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक बने।

चुनाव से ठीक पहले संभाला मोर्चा
भाजपा युवा मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त होने के तुरंत बाद राज्य में विधानसभा चुनाव की रणभेरी बज गई थी। ऐसे में प्रांशु दत्त द्विवेदी के पास युवा कार्यकर्ताओं को चुनाव से जोड़ना महत्वपूर्ण जिम्मेदारी थी। पार्टी के जिला अध्यक्षों को नए सिरे से शक्तिवान बनाना था। प्रांशु द्विवेदी ने विधानसभा चुनाव के दौरान लगातार जिलों और विधानसभा क्षेत्रों का दौरा किया। युवा कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार किया। रैलियों और कार्यक्रमों में युवाओं की भीड़ जुटाने के लिए दिन-रात जुटे रहे। जिसके शानदार परिणाम भारतीय जनता पार्टी को मिले हैं। दरअसल, किसी भी पार्टी के लिए युवा मोर्चा सबसे महत्वपूर्ण अनुषंगिक संगठन होता है। जिसकी जिम्मेदारी का निर्वाह प्रांशु द्विवेदी ने शानदार ढंग से किया है। लिहाजा, पार्टी ने महज डेढ़ वर्ष के दौरान उन्हें दो बड़ी जिम्मेदारी देकर पदोन्नत किया है।

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