दिसंबर तक देश में कोरोना वैक्सीन की 216 करोड़ डोज के उत्पादन की तैयारी, 8 कंपनियों को मिली जिम्मेदारी, पढ़ें रिपोर्ट

BIG NEWS: दिसंबर तक देश में कोरोना वैक्सीन की 216 करोड़ डोज के उत्पादन की तैयारी, 8 कंपनियों को मिली जिम्मेदारी, पढ़ें रिपोर्ट

दिसंबर तक देश में कोरोना वैक्सीन की 216 करोड़ डोज के उत्पादन की तैयारी, 8 कंपनियों को मिली जिम्मेदारी, पढ़ें रिपोर्ट

Google Image | देश में कोरोना वैक्सीन की 216 करोड़ डोज उत्पादन की तैयारी

  • अगस्त 2021 से दिसम्बर 2021 के बीच देश में विभिन्न कंपनियों की 216 करोड़ कोरोना वैक्सीन की डोज निर्मित की जाएंगी
  • इस वैक्सीन का पूरी तरह इस्तेमाल सिर्फ देश के नागरिकों का टीकाकरण करने में किया जाएगा
  • विदेशी वैक्सीन निर्माताओं को भी भारत में इसके उत्पादन की छूट दी जाएगी
  • देश में अब तक 83.26% लोग कोरोना महामारी से ठीक हो चुके हैं
कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी से त्रस्त हिंदुस्तान के लिए फौरी तौर पर राहत की कोई उम्मीद नहीं दिखाई दे रही। इस जानलेवा वायरस की दूसरी लहर से देश तबाह है। पांच ट्रिलियन इकॉनोमी का सपना देखने वाले देश की बुनियादी स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। दुनिया के जिन देशों में कोरोना का कहर कम हुआ है, उनमें मुख्य वजह अधिकाधिक नागरिकों को वैक्सीन की खुराक देना है। ब्रिटेन, अमेरिका और इजरायल जैसे देश इसीलिए फिलहाल इस महामारी की मार से अपने नागरिकों को बचाने में सफल रहे हैं। 

हालांकि इन देशों की जनसंख्या भारत के मुकाबले बेहद कम है, लेकिन इस आधार पर देश के लोगों को जानलेवा वायरस के हवाले नहीं किया जा सकता। इसलिए सभी नागरिकों को यथाशीघ्र वैक्सीन की दोनों खुराक देने की जरूरत है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर भी आएगी। यह पहले की दोनों से ज्यादा घातक और जानलेवा होगी। इससे पहले की तीसरी लहर अपना कहर बरपाए, सभी का टीकाकरण कर उन्हें बचाना होगा। 

अगस्त से दिसंबर तक का प्लान तैयार
लेकिन वैक्सीन के उत्पादन के मामले में भारत सरकार के आधिकारिक आंकड़ें कुछ और कहानी बयां कर रहे हैं। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने केंद्र सरकार की तरफ से वैक्सीन के उत्पादन का ब्यौरा पेश किया है। इसमें कहा गया है कि अगस्त 2021 से दिसम्बर 2021 के बीच देश में विभिन्न कंपनियों की 216 करोड़ कोरोना वैक्सीन की डोज निर्मित की जाएंगी। इस वैक्सीन का पूरी तरह इस्तेमाल सिर्फ देश के नागरिकों का टीकाकरण करने में किया जाएगा। केंद्र सरकार की तरफ से स्पष्ट किया गया है कि इन वैक्सीन को भारत में बनाया जाएगा और यहां के नागरिकों को ही इसकी खुराक दी जाएगी।

केंद्र सरकार के मुताबिक अगस्त से दिसंबर 2021 के बीच देश में इन वैक्सीन को निर्मित किया जाएगा- 
  1. कोविशिल्ड – 75 करोड़
  2. कोवैक्सीन – 55 करोड़
  3. बॉयो ई-सब यूनिट वैक्सीन – 30 करोड़
  4. जायड्स कैडिला डीएनए वैक्सीन – 5 करोड़
  5. एसआईआई नोवावैक्स – 20 करोड़
  6. बीबी नसल वैक्सीन – 10 करोड़
  7. जेनोवा एमआरएनए वैक्सीन – 6 करोड़
  8. स्पूतनिक वैक्सीन – 15.6 करोड़
बाहरी निर्माताओं का स्वागत है
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization-WHO) के फूड और ड्रग विभाग द्वारा स्वीकृत सभी विदेशी वैक्सीन निर्माताओं को भी भारत में इसके उत्पादन की छूट दी जाएगी। इन निर्माता कंपनियों को महज 1-2 दिन में इंपोर्ट लाइसेंस मुहैया करा दिया जाएगा। फिलहाल किसी कंपनी का इंपोर्ट लाइसेंस मंजूरी के लिए लंबित नहीं है।

कोरोना के कहर से कराह रहे देश में आज के हालात
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने गुरुवार को बताया कि देश में अब तक 83.26% लोग कोरोना महामारी से ठीक हो चुके हैं। देश में कोविड के करीब 37.1 लाख सक्रिय मामले हैं। बीते 3 मई को रिकवरी रेट 81.3% थी। इसके बाद रिकवरी रेट में सुधार हुआ है। पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना के 3,62,727 मामले दर्ज़ किए गए हैं।

उन्होंने आगे बताया कि देश में 24 राज्य शासित प्रदेश ऐसे हैं, जहां 15% से ज्यादा पॉजिटिविटी रेट है। इसी तरह 8 सूबों में 5-15% पॉजिटिविटी रेट है। सबसे कम 5% से कम पॉजिटिविटी रेट 4 राज्यों में है। देश में 12 राज्य ऐसे हैं, जहां 1 लाख से ज्यादा सक्रिय मामले हैं। 8 राज्यों में 50,000 से 1 लाख के बीच सक्रिय मामलों की संख्या है। 16 राज्य ऐसे हैं जहां 50,000 से कम सक्रिय मामले हैं। 

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