चंदौली : बिहार के रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के करीब बुधवार की रात हुई भीषण रेल हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए की मदद देने की घोषणा की गई है। इसके अलावा घायलों को 50-50 हजार रुपए की सहायता दी जाएगी। यह ऐलान पूर्व मध्य रेलवे ने किया है। पूर्व मध्य रेलवे के सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि हादसे के कारण अप और डाउन ट्रैक बाधित है। उसे चालू करने की कोशिशें की जा रही हैं।
नई दिल्ली से कामाख्या जा रही थी ट्रेन
गौरतलब है कि नई दिल्ली से कामाख्या जा रही नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस के 24 कोच बुधवार की देर रात डीडीयू-पटना रेल मार्ग पर बिहार के रघुनाथपुर स्टेशन के समीप बेपटरी हो गए थे। इनमें छह कोच बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। हादसे के बाद कई ट्रेनें जहां-तहां खड़ी हो गईं। गुरुवार को स्थानीय जंक्शन पर यात्रियों की भीड़ जमा हो गई। पूछताछ काउंटर पर लोग यात्री ट्रेनों की जानकारी लेते नजर आए।
राहत और बचाव दल मौके पर
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि रेल हादसे में चार यात्रियों की मौत हुई है। पांच गंभीर हैं, जबकि 25 आंशिक रूप से घायल हैं। हादसे में मृत यात्रियों के आश्रितों को 10-10 लाख रुपये देने की घोषणा की गई है। घायलों को 50-50 रुपये दिए जाएंगे। हादसे के बाद मेडिकल टीम और अधिकारियों के साथ-साथ दुर्घटना राहत यान घटना स्थल पर पहुंचा। रेल हादसे के कारण पीडीडीयू-पटना रूट की अप और डाउन लाइन बाधित हो गई। दानापुर और पंडित दीनदयाल उपाध्याय से बचाव दल घटना स्थल पर पहुंचा है। ग्रामीणों के सहयोग से राहत-बचाव का कार्य किया गया।
जहां तहां खड़ी हो गईं ट्रेने
नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस डीडीयू जंक्शन से दो घंटे की देरी से रात पौने नौ बजे पटना के लिए रवाना हुई थी। ट्रेन 09.35 बजे बिहार के बक्सर में रघुनाथपुर स्टेशन पार कर रही थी, तभी 24 कोच बेपटरी हो गए। सूचना मिलते ही पीडीडीयू जंक्शन से भी राहत और बचाव दल को घटना स्थल के लिए रवाना किया गया। लाइन ब्लाक होने से अप पुणे दानापुर एक्सप्रेस, बाबा वैद्यनाथ एक्सप्रेस, अप चंडीगढ़ सुपरफास्ट एक्सप्रेस, पाटलिपुत्र एक्सप्रेस, डाउन विक्रमशिला एक्सप्रेस, डाउन पाटलिपुत्र एक्सप्रेस, भगत क़ी कोठी कामाख्या एक्सप्रेस, बीकानेर गुवाहाटी एक्सप्रेस, डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस अप, डाउन तेजस एक्सप्रेस और पूर्वां एक्सप्रेस सहित अप और डाउन की कई ट्रेनें जहां-तहां खड़ी हो गईं। रेलवे प्रशासन ट्रेनों को दूसरे रूट से चलाने की तैयारी में जुटा है।