भारत मे जब जब विपत्ति आई है। भारतीय सेना के जवान तब तब देश की सेवा के लिए 24 घंटे काम में जुट गई है। एक बार फिर से कोरोना वायरस से देश की स्थिति खराब है। अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडरों की भारी कमी हो गई है। ऑक्सीजन के बिना लोगों की मौत हो रही है ऐसे वक्त में भारतीय वायुसेना लगातार देश के अलग अलग हिस्सों में ऑक्सीजन की सप्लाई कर रही है। जल्द से जल्द अलग अलग राज्यों में ऑक्सीजन के टैंकर अपने विमान से पहुंचाने में जुटी हुई है। भारतीय वायुसेना के विमान खाली टैंकरों और कंटेनरों को देश के अलग अलग हिस्सों से फिलिंग करवाकर विभिन्न अस्पतालों और विभिन्न शहरों में पहुंचाने का काम शुरू कर दिया है। वहीं भारतीय वायुसेना के विमान विदेशों से भी ऑक्सीजन ला रही है।
भारतीय वायुसेना लगातार एक्शन में है और लोगों की जान बचाने की कोशिश कर रही है। भारतीय वायुसेना के सी-17 विमान क्रायोजेनिक ऑक्सीजन के लिए सिंगापुर पहुंच चुके हैं। और शाम तक ये विमान वापस वतन लौट आएंगे। सिंगापुर के चांगी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भारतीय वायुसेना के विमान ऑक्सीजन के टैंकर ले रहे हैं। भारतीय वायुसेना के इन विमानों ने गाजियाबाद के हिंडन एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी। शाम तक ये सभी विमान भारत आ जाएंगे। वहीं इंडियन एयरफोर्ट देश के अलग अलग हिस्सों से मेडिकल ऑक्सीजन टैंकर और कंटेनर को देश के अलग हिस्सों में पहुंचा रही है।
इंडियन एयरफोर्स के ऑफिसियल बयान के मुताबिक अब तक एयरफोर्स ने कोच्चि, मुंबई, विशाखापत्तनम और बेंगलुरू से डॉक्टरों और नर्सों को दिल्ली के अलग अलग अस्पतालों में पहुंचाया है। इसके अलावा भी इंडियन एयरफोर्स देश के अलग अलग कोविड अस्पतालों में दवाईयां और मेडिकल सामान भी पहुंचाने का काम कर रही है। भारत इस वक्त कोरोना वायरस के दूसरे लहर का सामना कर रहा है और अचानक भारत में 3 लाख से ज्यादा कोरोना वायरस के मामले सामने आने शुरू हो गये हैं। जिसकी वजह से अस्पतालों पर काफी ज्यादा प्रेशर बन रहा है। वहीं, अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी किल्लत हो रही है। बिस्तरों की कमी से भी कई अस्पताल जूझ रहे हैं। ऑक्सीजन के बिना अभी तक सैकड़ों कोरोना मरीज जान गंवा चुके हैं। जिसे देखते हुए भारतीय वायुसेना ने सी-17, आईएल-76, एवरो मालवाहक विमान और एन-32 विमानों को देश की जनता की सेवा के लिए तैनात कर दिया है। वहीं, इंडियन एयरफोर्स ने चिनूक और एमआई-17 हेलीकॉप्टर को इमरजेंसी अवस्था के लिए तैयार रखा है।