New Delhi : तीन मई से आज 20 जुलाई की शाम 77 दिन हो चुके हैं। मणिपुर जल रहा है। लगभग 160 लोग मारे जा चुके हैं। सैंकड़ों लोग घायल हैं। बंदूक की आग ठंडी नहीं हुई है। एक दूसरे के खून के प्यासे भेड़ियों ने कत्लेआम, लूट के नए कीर्तिमान बना डाले। लेकिन, चार मई को जो हुआ, वो इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला है। मणिपुर का यह वायरल वीडियो जिसमें दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़क पर घुमाया गया। वायरल होते ही इस वीडियो ने देश के सभ्य समाज के गाल पर जोरदार तमाचा मारते हुए उसकी अंतरात्मा को झकझोर कर रख दिया। जिसने भी इस वीडियो को देखा उसकी आंखें शर्म से झुक गईं। सुप्रीम कोर्ट को खुद बोलना पड़ा, जो वीडियो हमारे सामने आया है, उससे हम बहुत परेशान हैं। और तो और, किसी मुद्दे पर न बोलने वाले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक को इस शर्मसार करने वाली घटना पर बोलना पड़ा। वे बोले, मेरा हृदय क्रोध से भरा हुआ है, किसी शख्स बख्शा नहीं जाएगा। मणिपुर की यह घटना 4 मई 2023 की बताई जा रही है।
ऐसे हुई शर्मसार हुई मानवता
मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच हुई हिंसक झड़प के ठीक एक दिन बाद 4 मई को कांगपोकपी जिले के बी फीनोम गांव के पास भीड़ हमला बोल दिया। इस भीड़ ने कुकी समुदाय की तीन महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़क पर घुमाया गया। जबकिद एक महिला से दिनदहाड़े बलात्कार किया गया। इस घटना का वीडियो देशभर में जंगल में आग की तरह वायरल हो गया। जिसने भी देखा, वह गुस्से से भर उठा। इस वीडियो में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़क पर ले जाते हुए दिखाया गया है। कई युवाओं व पुरुषों को उनके साथ-साथ चलते देखा जा सकता है, जबकि अन्य पुरुष परेशान दिख रही महिलाओं को खेतों में खींच रहे हैं। भाई और जन्म देने वाले पिता ने बचाना चाहा तो उन्हें गाजर मूली की तरह काट दिया गया। फिर जंगल में ले जाकर उनमें से एक के साथ निर्ममता से गैंगरेप किया गया।
खुद को बचाने के लिए उतारे कपड़े
40 वर्षीय महिला ने बताया कि जब हमने सुना की मैतेई भीड़ पास के गांव में घरों को जला रही है तो हमारा परिवार और अन्य लोग भाग निकले, लेकिन भीड़ ने खोज लिया। हमारे पड़ोसी और बेटे को थोड़ी दूर ले जाकर मार दिया गया। इसके बाद भीड़ ने महिलाओं पर हमला करना शुरू कर दिया और उन्होंने हमसे कपड़े उतारने के लिए कहा। पीड़ित ने बताया कि हमने इसका विरोध किया। इसके बाद उन्होंने धमकी देते हुए कहा कि अगर तुम कपड़े नहीं उतारोगी तो हम तुम्हें मार डालेंगे। इसके बाद खुद को बचाने के लिए मैंने कपड़े उतार दिए। इस दौरान वहां मौजूद पुरुषों ने मुझे थप्पड़ और मुक्के मारे। मुझे पता नहीं चला कि मेरी 21 साल की पड़ोसी के साथ क्या हो रहा है, क्योंकि वह कुछ दूरी पर थी।
पुलिसकर्मी देखते रहे, नहीं की मदद
मीडिया रिपोटर्स के मुताबिक तीन महिला पीड़ितों में से एक ने कहा कि मणिपुर पुलिस घटना के समय वहां मौजूद थी, लेकिन उन्होंने उनकी मदद नहीं की। 21 साल की पीड़िता ने बताया कि हिंसा के समय वहां पर चार पुलिसकर्मी मौजूद थे। वे एक कार के अंदर बैठे थे और ये सब होता देख रहे थे। उन्होंने हमारी मदद के लिए कुछ नहीं किया।
घटना के ढ़ाई महीने बाद हुई एक गिरफ्तारी
मणिपुर पुलिस के मुताबिक घटना 4 मई को थौबल जिले में हुई थी और इस मामले में 18 मई को कांगपोकपी जिले में जीरो एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इसके बाद मामला थौबल में संबंधित पुलिस स्टेशन को भेज दिया गया। अज्ञात बदमाशों के खिलाफ अपहरण, सामूहिक बलात्कार और हत्या की धाराओं में FIR दर्ज हुई थी। हालांकि कोई गिरफ्तारी नहीं हुई थी। ढाई महीने बाद वीडियो वायरल होने के बाद एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है। इस शर्मनाक घटना का मुख्य आरोपी, जिसने हरे रंग की टी-शर्ट पहनी हुई थी और महिला को पकड़ रखा था। उसे गुरुवार की सुबह एक ऑपरेशन में गिरफ्तार कर लिया गया है। इस आरोपी का नाम हुइरेम हेरोदास मैतेई है, जो पेची अवांग लीकाई का रहने वाला है, और उसकी उम्र 32 साल है। दूसरी ओर, मणिपुर के पुलिस अधीक्षक के मेघचंद्र सिंह ने कहा कि राज्य पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर बाकी दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।
यह संविधान का सबसे घृणित अपमान : सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और मणिपुर सरकार से पूछा है कि अपराधियों पर कार्रवाई के लिए आपने क्या कदम उठाए हैं। CJI ने कहा कि सांप्रदायिक संघर्ष के दौरान महिलाओं का एक औजार की तरह इस्तेमाल कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता है। यह संविधान का सबसे घृणित अपमान है। मामले में अगली सुनवाई शुक्रवार को होगी।
मेरा दिल पीड़ा और क्रोध से भरा है : पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मौन तोड़ते हुए कहा कि मेरा दिल आज पीड़ा और क्रोध से भरा है। ये घटना किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मसार करने वाली घटना है। मणिपुर की बेटियों के साथ जो हुआ, उसे कभी माफ नहीं किया जा सकता। ये बेइज्जती पूरे देश की हो रही है। मैं सभी मुख्यमंत्रियों से कहता हूं कि कानून-व्यवस्था को मजबूत करें। माताओं-बहनों की रक्षा के लिए सख्त कदम उठाएं। हिंदुस्तान के किसी भी कोने या किसी भी राज्य में राजनीतिक वाद-विवाद से ऊपर उठकर कानून-व्यवस्था और बहनों का सम्मान प्राथमिकता है।
सभी आरोपियों को दिलाएंगे मौत की सजा : सीएम बीरेन सिंह
मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने कहा कि साइबर सेल को वीडियो वेरिफाई करने के लिए कहा गया है। सरकार अपराधियों के लिए मौत की सजा पर विचार कर रही है। गुरुवार सुबह एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। सीएम एन बीरेन सिंह ने कहा है कि हम सभी आरोपियों की मौत की सजा दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।
मैतेई लोगों की हत्या का दावा
महिलाओं का वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें कई लोगों के शव दिखाई दे रहे हैं। पोस्ट करने वाले शख्स ने दावा किया है कि ये वीडियो जून का है, जब कुकी समुदाय ने सुगनू इलाके के आसपास मैतेई गांवों में लोगों की हत्या की थी। सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो की पुलिस ने अभी तक पुष्टि नहीं की है। वीडियो शेयर करने वाले ने देश के तमाम मीडिया हाउस, केंद्रीय मंत्रियों और मणिपुर के मुख्यमंत्री को भी टैग किया है।