Google Image | आंदोलनकारी किसान कल ‘संपूर्ण क्रांति दिवस’ मनाएंगे
केंद्र सरकार के तीन कृषि सुधार कानूनों का विरोध कर रहे किसान शनिवार को देशभर में भाजपा सांसदों के आवास के बाहर प्रदर्शन करेंगे। भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के एक पदाधिकारी ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। पदाधिकारी ने बताया कि भारत सरकार द्वारा अध्यादेशों के रूप में इन कानूनों को लागू करने के एक साल पूरे होने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसदों और विधायकों के आवास के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा।
बीकेयू के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने कहा, ‘‘प्रदर्शनकारी केंद्र सरकार के खिलाफ सांकेतिक प्रदर्शन के तौर पर देशभर में भाजपा सांसदों और विधायकों के आवास के बाहर कानूनों की प्रतियां जलाएंगे। जिन जिलों में भाजपा का कोई सांसद या विधायक नहीं है, वहां जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा।’’ दिल्ली की सीमाओं पर नवंबर 2020 से डेरा डाले हुए किसान संघों और यूनियनों के नेताओं की हाल की बैठक में पांच जून को प्रदर्शन करने का फैसला लिया गया। प्रदर्शनकारियों ने 5 जून को संपूर्ण क्रांति दिवस मनाने की घोषणा की है।
पक्का निर्माण शुरू
पिछले साल अक्टूबर से केंद्र सरकार का विरोध कर रहे किसान आंदोलन नए नतीजे पर पहुंचा है। आंदोलन कर रहे किसानों ने एनएच-9 के एक हिस्से में पक्का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। वॉशरूम बनाने का काम आरम्भ हो गया है हालांकि पक्के निर्माण की भनक पुलिस-पेट्रोलिंग टीम को भी नहीं है। इसके अलावा दिल्ली जाने वाली लेन और संपर्क रास्ते पर भी पक्का निर्माण किया जा रहा है। किसान नेताओं ने यहां पर तस्वीरें लेने से मनाही कर रखी है। हालांकि दबे स्वर में कुछ किसानों का कहना है कि पिछले दिनों आई आंधी में किसानों के टेंट उड़ गए थे। उसके बाद इस निर्माण का फैसला लिया गया।