दिल्ली में ब्लैक फंगस (म्यूकोर माइकोसिस) के मरीज़ लगातार बढ़ते जा रहे हैं। राजधानी में अब तक 1044 लोग फंगस से पीड़ित हो चुके हैं। इनमें से 89 की मौत हो चुकी है और 92 स्वस्थ हुए है। दिल्ली में करीब तीन सप्ताह पहले सर गंगाराम अस्पताल में ब्लैक फंगस से पीड़ित मरीज भर्ती हुए थे। उसके बाद एम्स, आकाश और मैक्स सहित कई निजी और सरकारी अस्पतालों में रोगियों का भर्ती होना शुरू हो गया था। अब स्थिति यह है कि 25 दिनों के भीतर ही 1,044 लोग फंगस की बीमारी से पीड़ित हो चुके हैं। इनमें कई मरीजों की सर्जरी भी की जा चुकी है।
एम्स में 100 से ज्यादा मरीज
एम्स के ईएनटी विभाग के एक डॉक्टर ने बताया कि अस्पताल में इस समय 100 से ज्यादा मरीज भर्ती हैं। इनमें से 10 मरीजों की छुट्टी की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि दवा की उपलब्धता के हिसाब से मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। राजीव गांधी अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉक्टर बीएल शेरवाल ने बताया कि अस्पताल में 55 बेड का ब्लैक फंगस का वार्ड इसी सप्ताह शुरू किया गया है। अस्पताल फंगस को लेकर पूरी तरह तैयार हैं। मरीजों की संख्या को देखते हुए बेड भी बढ़ाए जा रहे हैं। राजधानी के एम्स, लोकनायक, जीटीबी और राजीव गांधी सुपर स्पेशयलिटी अस्पताल में ब्लैक फंगस के करीब 300 मरीज भर्ती हैं।इनमें जीटीबी अस्पताल में रोगियों की संख्या 108 पहुंच चुकी है। इसके अलावा लोकनायक अस्पताल में 75 एम्स में 100 से अधिक मरीज भर्ती हैं।
ब्लैक फंगस की दवा की किल्लत
ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों के बीच इस बीमारी के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा की किल्लत भी लगातार बनी हुई है। दिल्ली सरकार का कहना है कि फंगस की दवा लगभग खत्म हो चुकी है। केंद्र से अपील है कि मांग के हिसाब से जल्द से जल्द पर्याप्त स्टॉक भेजा जाए। उसके बाद अस्पतालों को सप्लाई की जाएगी।