Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
गौतमबुद्ध नगर में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 103 तक पहुंच गई है। पड़ोसी राज्य दिल्ली का भी संक्रमण फैलाने में अहम रोल रहा है। संक्रमण में दिल्ली का कनेक्शन 10 मार्च को ही मिल गया था। लेकिन, बॉर्डर सील करने जैसा कड़ा फैसला लेने में देर कर दी गई। अफसरों का कहना है कि कोरोना का हॉट स्पॉट बनी सीजफायर कंपनी की वजह से 56 लोग बीमार हुए हैं। वहीं, दिल्ली की वजह से 10 लोग संक्रमित हुए हैं।
नोएडा में कोरोना संक्रमण फैलने का सिलसिसा मार्च के दूसरे सप्ताह में ही शुरू हो गया था। दिल्ली का रहने वाला एक युवक यहां की एक निजी कंपनी में काम करता था। 10 मार्च को वह नोएडा के फेज 2 स्थित एक निजी कंपनी में काम के सिलसिले में आया था। उस वक्त सीएमओ रहे डॉ. अनुराग भार्गव ने कंपनी के 700 कर्मचारियों को क्वारंटीन कर 4 कर्मचारियों का सैंपल लिया था। इसमें नोएडा के सेक्टर 74 की हाइड पार्क सोसायटी में रहने वाले कर्मचारी पॉजिटिव मिला था।
सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी का कहना है कि जिले में जो कोरोना के मरीज आए हैं, उनमें से कितनों में लक्षण थे या फिर कितनों में नहीं थे, इस पर चर्चा हो रही है। जल्द यह कन्फर्म हो जाएगा कि बगैर लक्षण वाले कितने मरीज थे। शुरुआत में कोरोना की जांच के लिए सैंपल अलीगढ़ और लखनऊ भेजते थे। अब कासना के राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) में ही जांच होने लगी। यहां रोजाना 200 मरीजों के सैंपल की जांच हो रही है।