Tricity Today | नोएडा से छात्रों को उनके घर भेजा
लॉकडाउन के दौरान नोएडा और ग्रेटर नोएडा के कॉलेजों-विश्वविद्यालयों में फंसे 1184 छात्रों को रविवार की शाम उनके घर भेज दिया गया है। 51 रोडवेज बसों से छात्रों को उनके गृह जनपद भेजा गया है। छात्रों को सेनेटाइजर और मास्क दिए गए हैं। बसों को सेनेटाइज किया गया है। सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा गया है। हर छात्र को खाने का पैकेट और पानी की बोतल दी गई हैं। छात्रों को भेजने से पहले उनकी स्क्रीनिंग की गई। घर पर जाकर छात्रों को 14 दिन का क्वारंटाइन रहना होगा।
देश में कोरोनावायरस के चलते लॉकडाउन कर दिया गया। नोएडा-ग्रेटर नोएडा के कई कॉलेजों एवं विश्वविद्यालय में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के हजारों छात्र यहां फंस गए थे। छात्रों ने अधिकारियों से उनके गृह जनपद भेजने की गुहार लगाई। सरकार ने इसको गंभीरता से लिया। इसकी तैयारी की गई। जिला प्रशासन जिले में फंसे दूसरे जिलों के छात्र -छात्राओं से फार्म भरवाया। फार्म आने के बाद प्रशासन ने 1184 छात्र-छात्राओं की सूची तैयार की। रविवार को जिले में फंसे 1184 छात्र-छात्राओं को उनके घर भेज दिया है।
शहर में अलग-अलग जगह से छात्र-छात्राओं को लेकर ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में एकत्र किया गया। यहां पर थर्मल स्क्रीनिंग और लक्षणों की जांच की गयी। उसके बाद यूपी रोडवेज की 51 बसों में छात्र-छात्राओं को रवाना किया गया। सोमवार तक सभी छात्र अपने घर पहुंच जाएंगे।
एडीएम वित्त एवं राजस्व एमएन उपाध्याय ने बताया कि एक्सपो मार्ट और अन्य जगह पर सभी छात्रों की थर्मल स्क्रीनिंग की गयी। कोरोना वायरस के लक्षण जैसे खांसी-जुकाम आदि देखे गए। उसके बाद सभी छात्रों को यूपी रोडवेज की 51 बसों में बैठाकर उनके घर भेजा गया है। बसों में छात्रों को बैठाते समय सोशल डिस्टेंसिग का ध्यान रखा गया है। छात्र को आरोग्य सेतु ऐप में पंजीकृत कराया गया है।
25 से 28 छात्रों का एक ग्रुप बनाया गया
अधिकारियों ने बताया कि देशभर में लाक डाउन चल रहा है। सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए एक बस में 25 से 28 छात्रों को बैठाया गया। छात्रों को सफर के दौरान सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने का भी अनुरोध किया गया। छात्रों के उनके गृह जनपद जाने के लिए पास भी जारी किए गए। ताकि रास्ते में उन्हें किसी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े।
यूपी के किस जिलों को कितने छात्र-छात्राएं भेजे गए हैं