Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
सरकार के आदेश के बाद नोएडा पुलिस और प्रशासन ने जिले में फंसे 25 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों को उनके घर यानी मूल निवास पर भेजने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए प्रशासन की ओर से एक ऑनलाइन फॉर्म जारी किया है, जिसको विद्यार्थियों को भरकर भेजना होगा।
जिले में सात यूनिवर्सिटी हैं। ग्रेटर नोएडा में पांच और नोएडा में दो यूनिवर्सिटी है। इसके अलावा जिले में 50 से अधिक कॉलेज हैं। इनमें कई लाख विद्यार्थी पढ़ाई करते हैं। लॉकडाउन की घोषणा के बाद शैक्षणिक संस्थानों ने अपने हॉस्टल खाली कराकर विद्यार्थियों को अपने घर भेज दिया था जबकि फ्लैट और किराये के कमरों में रहने वाले अधिकतर विद्यार्थी नोएडा में ही फंसे गए थे। इनकी संख्या 25 हजार से ज्यादा होने का अनुमान है। राशन और पैसे खत्म होने के कारण ये अपने मूल निवास जाने की गुहार लगा रहे थे। इन्हें घर भेजने के लिए कवायद शुरू कर दी गई।
इन विद्यार्थियों के लिए पुलिस आयुक्त और डीएम ने ट्वीट करके एक लिंक शेयर किया है। इस लिंक पर डिटेल भरने के बाद संबंधित विभाग का कर्मचारी विद्यार्थी से संपर्क करेगा। फि र उसके घर जाने तक की व्यवस्था की जाएगी।
प्रदेश सरकार के आदेशानुसार यूपी के अलावा अन्य प्रदेशों में फंसे यूपी के विद्यार्थियों व अन्य लोगों की भी वापसी कराई जाएगी। इसको लेकर दूसरे राज्यों के मुख्य सचिवों से संपर्क किया गया है। उनसे बातचीत करके वहां फं से यूपी के निवासियों की सूची तैयार की जा रही है। सूची तैयार होने के बाद सभी से संपर्क किया जाएगा। नोएडा और ग्रेटर नएडा में फंसे छात्रों की घर वापसी के लिए गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन की ओर से ऑनलाइन फॉर्म जारी किया गया है।