Google Image | Narendra Bhushan IAS, CEO Greater Noida
स्वच्छ भारत मिशन को कामयाब बनाने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने कवायद शुरू कर दी है। प्राधिकरण शहर में 30 सामुदायिक शौचालय बनाएगा। इसमें से 9 पिंक शौचालय होंगे। ये शौचालय बिल्ट ऑपरेट एंड ट्रांसफर (बीओटी) नीति के आधार पर बनवाए जाएंगे। इनके निर्माण पर करीब 3.18 करोड़ रुपये खर्च होंगे। निर्माण एजेंसी का चयन करने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने आरएफपी (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) निकाल दिया है।
शहर में सामुदायिक शौचालय ना के बराबर हैं। अब ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने सामुदायिक शौचालयों के निर्माण की प्रक्रिया शुरू की है। पहले चरण में शहर में 30 सामुदायिक शौचालय बनाए जाएंगे। इसमें से 9 पिंक शौचालय होंगे। 21 शौचालयों में महिला व पुरुष दोनों के लिए व्यवस्था की जाएगी। बनाने वाली एजेंसी के पास रखरखाव का भी जिम्मा होगा। इसमें हैंडवाश आदि का इंतजाम रहेगा। पिंक शौचालयों में विशेष इंतजाम किए जाएंगे। इसमें सेनेटरी पैड निस्तारण की मशीन भी लगाई जाएगी। प्राधिकरण इन शौचालयों को बीओटी आधार पर बनाएगा।
आरएफपी निकाली, 18 तक आवेदन लिए जाएंगे
शौचालयों के निर्माण के लिए एजेंसी के चयन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्राधिकरण ने इसके लिए आरएफपी निकाल दिया है। इसमें 28 अक्टूबर से आवेदन शुरू हो गए हैं। 18 नवंबर तक आवेदन किए जा सकते हैं। शहर में कहां-कहां पर शौचालय बनेंगे, स्थान तय कर दिए गए हैं।
रखरखाव भी करेगी एजेंसी
प्राधिकरण के स्वास्थ्य विभाग के जीएम ने बताया कि बीओटी आधार पर बनने वाले इन शौचालयों में 3.18 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। जो एजेंसी इनका निर्माण करेगी, वही रखरखाव भी करेगी। बताया जाता है कि इन शौचालयों पर विज्ञापन लगाकर कंपनी अपनी लागत निकालेगी। विज्ञापन लगाने के लिए निश्चित समय तय किया जाएगा।