Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
17 फरवरी से शुरू किए गए सक्रिय टीबी खोज अभियान एसीएफ के दौरान पहले चार दिनों में कुल 37 नए मरीज सामने आए हैं। टीबी विभाग की टीमें अब तक 31 हजार से अधिक घरों में जा चुकी हैं। अभियान के दौरान 70 हजार से अधिक घरों में सर्वे किए जाने का लक्ष्य है।
जिला क्षय रोग अधिकारी डा जेपी श्रीवास्तव ने बताया कि सभी नए मरीजों को नोटिफाई कराने के साथ ही उपचार भी शुरू करा दिया गया है। एसीएफ 29 फरवरी तक जारी रहेगा। जिला क्षय रोग अधिकारी डा जेपी श्रीवास्तव ने बताया जनपद के लोनी, मुरादनगर,भोजपुर, विजयनगर, डासना,पसौंडा, खोड़ा, मंडोला, चिरौड़ी, मोदीनगर, फरीदनगर, साहिबाबाद, बम्हेटा और संयुक्त अस्पताल संजयनगर टीबी यूनिट में एसीएफ चलाया जा रहा है।
कुल 141 टीमें अभियान में लगाई गई हैं और 28 सुपरवाइजर इन टीमों के ऊपर काम कर रहे हैं। चार दिनों में 31 हजार से अधिक घरों में टीबी विभाग की टीमें गई हैं। तीन लाख से अधिक जनसंख्या कवर की गई है। इस दौरान लक्षणों के आधार पर बलगम की जांच कराई गई। पूरे जनपद में अब तक कुल मिलाकर 37 मरीज सामने आ चुके हैं।
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया टीबी विभाग की टीमें घर.घर जाकर लोगों को टीबी के लक्षणों के प्रति जागरूक कर रही हैं। इसी के साथ टीबी के मरीजों को बेहतर पोषण के लिए निक्षय योजना के तहत हर माह दिए जा रहे पांच सौ रूपए के बारे में भी जानकारी दे रही हैं। खासकर उन लोगों को टीबी के प्रति ज्यादा जागरूक रहने की जरूरत है जिनके परिवार में इसकी कोई हिस्ट्री रही हो।
एक पखवाड़े से ज्यादा समय तक खांसी रहने, बलगत आने, बलगम के साथ खून आने, बुखार रहने और अचानक वजन कम होने पर टीबी की जांच अवश्य कराएं, जांच और उपचार पूरी तरह निशुल्क है। जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कुछ क्षेत्रों में लोगों को एसीएफ को लेकर भ्रम की स्थिति सामने आई लेकिन विभाग ने ऐसी जगहों पर स्थानीय जन प्रतिनिधियों और धर्म गुरूओं की मदद से लोगों को समझाने का प्रयास किया। भ्रम दूर होने के बाद लोग अभियान में सहयोग कर रहे हैं।