नोएडा और ग्रेटर नोएडा में 4 और आवासीय क्षेत्रों को हॉटस्पॉट घोषित कर सील किया गया

नोएडा और ग्रेटर नोएडा में 4 और आवासीय क्षेत्रों को हॉटस्पॉट घोषित कर सील किया गया

नोएडा और ग्रेटर नोएडा में 4 और आवासीय क्षेत्रों को हॉटस्पॉट घोषित कर सील किया गया

Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो

जनपद में चार जगह कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने पर चारों जगह को हॉटस्पॉट घोषित कर दिया गया है। चारों आवासीय क्षेत्रों को सील कर दिया गया है। इनमें ग्रेटर नोएडा वेस्ट की चेरी काउंटी हाउसिंग सोसायटी, नोएडा के सेक्टर-55 और सेक्टर-34 को सोमवार की दोपहर सील कर दिया गया था। जबकि, सेक्टर-76 नोएडा की स्काईटेक हाउसिंग सोसायटी को देर शाम सील किया गया है। जिला प्रशासन ने सभी चारों क्षेत्रों को पूरी तरह सील कर हॉटस्पॉट घोषित किया है। 3 मई तक चारों एरिया सील रहेंगे।

दिल्ली के बाबू जगजीवन राम मेमोरियल अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर कोरोना संक्रमित हो गए हैं। दिल्ली से जानकारी मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सेक्टर-76 स्थित स्काईटेक हाउसिंग सोसाइटी के निवासी डॉक्टर को आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया है। उनके परिवार को भी क्वारंटाइन किया गया है।

इससे पहले ग्रेटर नोएडा वेस्ट की चेरी काउंटी हाउसिंग सोसायटी की निवासी एक डॉक्टर को सोमवार की दोपहर संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया। देर शाम राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) से सोमवार को एक अच्छी खबर आई। यहां के डॉक्टरों की टीम ने कोरोना पॉजिटिव महिला डॉक्टर की सिजेरियन डिलीवरी करवाई। महिला ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है। अब महिला को अलग कमरे में आइसोलेट करके रखा गया है। बच्चे की भी कोरोना जांच होगी और इसका सैंपल ले लिया गया है। दो-तीन दिन बाद महिला को कोविड-19 के आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा।

ग्रेटर नोएडा वेस्ट की चेरी काउंटी निवासी गर्भवती महिला कोरोना पॉजिटिव होने पर जिम्स में रविवार देर रात को भर्ती कराया गया। महिला एक निजी अस्पताल में पैथोलॉजिस्ट है, जबकि उनके पति भी नोएडा के एक निजी अस्पताल में चिकित्सक हैं। सोमवार को उन्हें प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। इसके बाद चिकित्सकों ने तैयारी शुरू कर दी। गायनी विभाग की हेड एवं अस्पताल की सीएमएस डॉ. शिखा सेठ की अगुवाई में डॉ. अंकिता वर्मा व डॉ. मयंक दीक्षित डिलीवरी कराई । 

डिलीवरी सिजेरियन कराई गई। सोमवार शाम महिला ने बेटे को जन्म दिया। बच्चे में मां का रक्त जाने की संभावना रहती है। ऐसे में बच्चे में कोरोना संक्रमण के भय से उसका सैंपल भी ले लिया गया है। महिला को उपचार के लिए आईसोलेशन पीरियड तक रखा जाएगा। अभी उन्हें अलग रखा गया है। दो-तीन दिन बाद उन्हें आइसोलेशन वार्ड में लाया जाएगा।

महिला के कोरोना पॉजिटिव होने से डॉक्टरों ने की टीम बड़ी सावधानी के साथ डिलीवरी कराई है। सभी डॉक्टरों ने पीपीई किट पहन कर ऑपरेशन थियेटर में पहुंचे। वहीं अब महिला और उसके बच्चे की भी देखभाल बड़ी सतर्कता के साथ की जा रही है।

कोरोना पॉजीटिव मरीज ने बच्चे को जन्म दिया है। दोनों की देखरेख में चिकित्सकों की टीम लगी हुई है। मां-बेटे दोनों ठीक हैं। डॉक्टरों की टीम ने बढ़िया काम किया है। 
 डॉ. (बिग्रेडियर) राकेश गुप्ता, निदेशक जिम्स

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.