Tricity Today | Greater Noida authority has taken 5 most important steps
अगर आप ग्रेटर नोएडा शहर के निवासी हैं तो शुक्रवार को विकास प्राधिकरण ने आपके हित में 5 बड़े फैसले लिए हैं। जिनके बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए। शहर में पार्किंग व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए विकास प्राधिकरण ने बड़ा कदम उठाया है। सार्वजनिक स्थानों पर शौचालय और महिलाओं के लिए कुछ खास इंतजाम किए जा रहे हैं। शहर से निकलने वाले कूड़े-कचरे और मलबे का मैनेजमेंट करने के लिए भी प्राधिकरण ने कुछ जरूरी कदम उठाए हैं। इन सुविधाओं और सेवाओं की आपको भी जरूरत पड़ सकती है लिहाजा गौर फरमाएं।
1. शहर में पार्किंग व्यवस्था दुरुस्त करेगा प्राधिकरण
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण शहर की पार्किंग व्यवस्था को दुरुस्त करेगा। इसके लिए एजेंसी का चयन किया जाएगा। ताकि शहर में बेतरतीब तरीके से होने वाली पार्किंग पर अंकुश लग सके। इसके लिए एजेंसियों से 5 अक्टूबर तक आरएफपी (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) मांगा गया है। एजेंसी के चयन के बाद इस पर काम शुरू होगा।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण शहर की आधारभूत सुविधाओं को दुरुस्त करने के लिए काम शुरू किया है। प्राधिकरण ने पार्किंग मैनेजमेंट सर्विस को लेकर एजेंसियों से आरएफपी मांगा है। संपत्ति विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक ने बताया कि इच्छुक एजेंसी 5 अक्टूबर तक अपना प्रपोजल जमा कर सकती हैं। कंपनियों के प्रस्ताव आने के बाद चयन किया जाएगा। प्राधिकरण ने इससे संबंधित जानकारी अपनी वेबसाइट पर शुक्रवार को अपलोड कर दी। कंपनी का चयन होने के बाद शहर की पार्किंग व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा।
2. कूड़ा निस्तारण के लिए 5 कलस्टर बनेंगे
स्वच्छ भारत मिशन में अपनी बेहतर रैंकिंग लाने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने कार्रवाई शुरू कर दी है। प्राधिकरण कूड़ा निस्तारण पर जोर दे रहा है। इसके लिए शहर में पांच कलस्टर बनाकर कूड़ा उठाएगा और उसका निस्तारण करेगा। पहले चरण में पांच कलस्टर बनाए जाएंगे। इसके अलावा शहर में निकलने वाले मलबा (इमारतों की तोड़फोड़ से निकलने वाला) से ईंटे बनाई जाएंगी। इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में चल रही इस योजना की मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण ने अफसरों के साथ ऑनलाइन बैठक की और योजनाओं की प्रगति के बारे में जानकारी ली। बैठक में सीईओ दीप चन्द्र, सीईओ कृष्ण कुमार गुप्त, ओएसडी सचिन कुमार सिंह, ओएसडी शिव प्रताप शुक्ला आदि मौजूद रहे। सीईओ ने बताया, प्राधिकरण इस बार स्वच्छ सर्वेक्षण रैंकिंग में शामिल हो रहा है। इसको लेकर कूड़ा निस्तारण, शौचालय और मलबा निस्तारण पर फोकस बढ़ा दिया है। प्राधिकरण कूड़े का निस्तारण कलस्टर बनाकर करेगा। ग्रेटर नोएडा के आवासीय सेक्टर अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा, ओमिक्रान, म्यू, ज्यू, जीटा, ईटा, सिग्मा, स्वर्ण नगरी आदि तथा इनके आसपास पड़ने वाले ग्रामों को जोड़कर पांच कलस्टर बनाए जाएंगे। प्रत्येक कलस्टर में 8 से 10 हजार घर सम्मिलित होंगे। यहां से करी 15 से 20 टन कूड़ा प्रतिदिन निकलेगा। प्राधिकरण ने इसके लिए ईओआई निकाला, जिसमें 18 कंपनियों ने अपने प्रस्ताव प्रेषित दिए हैं।
सीईओ ने बताया, अगले तीन सप्ताह में एजेंसी का चयन कर लिया जाएगा। ग्रेटर नोएडा क्षेत्र का कूड़ा लखनावली में डाला जा रहा है। इसका भी निस्तारण कराया जाएगा। इसका निस्तारण करने के लिए एजेंसी का चयन किया जाएगा। इसका रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल जारी कर दिया गया है। डेढ़ महीने में एजेंसी का चयन कर लिया जाएगा। चयनित एजेंसी को कूड़ा निस्तारण के बाद यह जमीन प्राधिकरण को देगा।
3. प्राधिकरण ने 30 आधुनिक सार्वजनिक शौचालय बनाएगा
ग्रेटर नोएडा शहर में अभी सार्वजनिक शौचालय नहीं बनाए गए हैं। जिसकी वजह से लोग खुले में पेशाब करते हैं। इस खराब व्यवस्था को खत्म करने के लिए आधुनिक सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण किया जाएगा। विकास प्राधिकरण ने पूरे शहर में 30 ऐसे स्थान चिन्हित किए हैं, जहां यह शौचालय स्थापित किए जाएंगे। इसके बाद शहर में खुले में पेशाब करने और शोध करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। शुक्रवार को इस मुद्दे पर भी प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण ने अधिकारियों को जल्दी से जल्दी योजना तैयार करके देने का आदेश दिया है। शौचालयों का निर्माण नोएडा की तर्ज पर प्राइवेट पार्टनर को दिया जाएगा। इन पर आने वाली लागत की वसूली कंपनी एडवर्टाइजमेंट के जरिए हासिल कर लेगी। प्राधिकरण सामुदायिक शौचालयों पर जोर दे रहा है।
4. मलबे से ईंट और टाइल्स बनाई जाएंगी
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण क्षेत्र में जगह-जगह पड़े इमारतों के मलबे को एकत्र किया जाएगा। इसके लिए प्राधिकरण क्षेत्र में 10 से 15 स्थान चिह्नित किए जा रहे हैं। कंपनी चयन के लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल 1 सप्ताह में अपलोड करा दिया जायेगा। चयनित कंपनी इस मलबे को एकत्र करके ईंट/टाइल्स बनाई जाएंगी। इस प्रयोग प्राधिकरण अपनी योजनाओं में करेगा।
5. 11 पिंक शौचालय बनाए जाएंगे
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण अपने सेक्टरों में 30 सार्वजनिक शौचालय बनाएगा। अगले एक सप्ताह में इसका रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल जारी किया जाएगा। इसमें 11 सार्वजनिक शौचालय पिंक शौचालय के रूप में विकसित किये जाएंगे। 19 सार्वजनिक शौचालय सामान्य रूप में विकसित किये जायेंगे। पिंक शौचालयों में सेनेटरी पैड डिस्पोज करने के लिए मशीन लगाई जाएगी। लिक्विड शोप, टिशू पेपर आदि की सुविधायें उपलब्ध कराई जायेंगी।