Tricity Today | अंबेडकर अस्पताल
डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की समस्याएं भी कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। एक और इन लोगों को कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों का इलाज करना पड़ रहा है तो दूसरी ओर जाने अनजाने में यह लोग खुद कोरोना वायरस का शिकार हो रहे हैं। अब एक ऐसा ही मामला दिल्ली के रोहिणी स्थित डॉ भीमराव अंबेडकर अस्पताल से आया है। जहां एक कोरोनावायरस से संक्रमित महिला के संपर्क में आने के कारण 57 स्वास्थ्य कर्मियों को क्वॉरेंटाइन करना पड़ा है। दूसरी ओर जिस महिला के संपर्क में यह सभी लोग आए थे, उसकी मौत हो गई है।
रोहिणी स्थित डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर अस्पताल में कोरोना संदिग्ध मरीज के संपर्क में आने वाले अस्पताल के एक वरिष्ठ स्पेशलिस्ट डॉक्टर सहित 57 स्वास्थ्य कर्मियों को क्वारंटाइन कर दिया गया है। अस्पताल प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार 16 अप्रैल की सुबह साढ़े 11 बजे ई ब्लॉक जहांगीर पुरी से 40 वर्षीय महिला सामान्य समस्या बताकर अस्पताल में भर्ती हुई थी। जिसे वार्ड नम्बर-1 में भर्ती किया गया था। यहां उपचार के दौरान डॉक्टरों से काफी कुछ छुपाया गया। जिस कारण अस्पताल में सामान्य मरीजों की तरह उसका उपचार किया गया।
मिली जानकारी के मुताबिक उपचार के दौरान महिला ने 18 अप्रैल की शाम 4 बजे दम तोड़ दिया। इस महिला को कोरोना सन्दिग्ध मानकर अस्पताल प्रशासन ने मरीज के संपर्क में आए 57 स्वास्थ्य कर्मियों को क्वारन्टीन में रहने का आदेश दिया है। महिला के संपर्क में आने के पांच दिन बाद इनकी जांच कराई गई है। इनमें एक स्पेशलिस्ट डाक्टर, 1 मेडिकल ऑफिसर, 6 सीनियर रेजिडेंट, 3 रेजिडेंट, 10 जुनियर रेजिडेंट, 28 नर्सिंग ऑफिसर, 1 डायलिसिस करने वाला कर्मचारी, 1 ईसीजी करने वाला कर्मचारी और 8 नर्सिंग अर्दली शामिल हैं।
आपको बता दें कि अब तक राजधानी दिल्ली में बड़ी संख्या में डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ के लोग कोरोनावायरस की चपेट में आकर अस्पतालों में इलाज करवा रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर करीब ढाई सौ स्वास्थ्य कर्मी क्वॉरेंटाइन में हैं। यह सभी लोग किसी कोरोनावायरस से संक्रमित मरीज के संपर्क में आए हैं। दिल्ली में कोरोनावायरस का संक्रमण मेडिकल स्टाफ में फैलने की शुरुआत मोहल्ला क्लीनिक से हुई थी, जो अब आगे बढ़कर राजधानी के बड़े-बड़े अस्पतालों तक पहुंच चुका है।