Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
दिल्ली में एक पिज्जा डिलीवरी ब्वॉय कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने और उसके द्वारा 72 परिवारों को मुश्किल में डालने का मामला सामने आने के बाद ऑनलाइन खाना मंगाने वालों की संख्या में तेजी से कमी आई है। ऑनलाइन फूड कारोबार करने वाली कंपनियों के प्लैटफॉर्म पर खाने की बिक्री करने वाले रेस्तरां, होटल और ढाबों की बिक्री में गुरुवार और शुक्रवार को करीब 70 फीसदी तक गिरावट दर्ज की गई है। बुधवार तक जिन रेस्तरां में एक दिन में 100 ऑर्डर आ रहे थे, वहीं गुरुवार को इनकी संख्या घटकर 25-30 पर आ गई।
गाजियाबाद के रमतेराम रोड पर आनंद चिकन के नाम से रेस्तरां चलाने वाले अशोक आनंद के मुताबिक बीते कुछ दिनों से उनके पास रोजाना औसतन 100 ऑर्डर आ रहे थे, लेकिन गुरुवार को अचानक सेल कम हो गई। पूरे दिन में उनके पास सिर्फ 18-20 ऑर्डर ही आए। शुक्रवार को भी ऐसा ही हाल रहा। इसी तरह इंदिरापुरम शक्ति खंड में एएन फूड के नाम से रेस्तरां चलाने वाले नीरज के मुताबिक वह तीन ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनियों के प्लेटफार्म पर भी खाने की बिक्री करते हैं।
बुधवार तक उनके पास रोजाना 95-100 तक ऑर्डर आ रहे थे, लेकिन गुरुवार को सिर्फ 28-30 ऑर्डर ही आए। शुक्रवार को भी पूरे दिन में 30 ऑर्डर ही आ सके। इसी तरह नवयुग मार्केट स्थित जैन भोजनालय के संचालक राजेंद्र प्रसाद जैन का कहना है कि उन्होंने बुधवार दोपहर बाद से ही ऑनलाइन खाने के ऑर्डर लेने शुरू किए थे, पहले दिन आधा दिन काम करने के बाद भी पांच ऑर्डर आए थे, लेकिन बुधवार को दिनभर में दो ऑर्डर ही आए। इंदिरापुरम स्थित एक रेस्तरां संचालक ने बताया कि लॉकडाउन में उनके यहां रोज 40 ऑर्डर आ रहे थे, लेकिन गुरुवार और शुक्रवार को दोनों दिन मिलाकर उनके पास 35 ऑर्डर ही आए।
दिल्ली में जिस तरह सिर्फ एक पिज्जा डिलीवरी ब्वॉय के कोरोना संक्रमित होने से 72 परिवार और उसके साथ पिज्जा डिलीवरी करने वाले कई साथियों की जांच शुरू होगी, उससे लोग दहशत में हैं। पिज्जा डिलीवरी करते समय युवक किस तरह लोगों के संपर्क में आया होगा। गोविंदपुरम में रहने वाले मनोज गुप्ता के मुताबिक ऑनलाइन खाना मंगाने से परहेज नहीं है, लेकिन दिल्ली का मामला सामने आने के बाद भरोसा नहीं हो रहा किस तरह मंगाना सुरक्षित होगा।
जोमैटो की नोएडा-गाजियाबाद की सेल्स मैनेजर शिवानी दुआ से जब फूड डिलीवरी की सेल में गिरावट आने का कारण पूछा गया तो उन्होंने इस संबंध में बात करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कंपनी का एक मेल आईडी देते हुए बताया कि इस मेल से जानकारी प्राप्त की जा सकती है। हालांकि, दिए गए पते पर मेल करने पर जवाब नहीं आया।