Google Image | प्रतीकात्मक फोटो
नोएडा के सर्फाबाद गांव से 8 दिनों से लापता एक बच्चे का शव सोमवार को निर्माणाधीन बिल्डिंग में ईंटों के नीचे दबा हुआ मिला है। सूचना मिलने पर सेक्टर 49 कोतवाली पुलिस ने शव को कब्ज में ले लिया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। आशंका जताई जा रही है कि बच्चे का अपहरण करके उसकी हत्या कर दी गई और शव को निर्माणाधीन बिल्डिंग में फेंक दिया गया था। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के मुताबिक मूलरूप से छतरपुर मध्य प्रदेश के रहने वाले राम सुहावल नोएडा के सेक्टर-73 सर्फाबाद गांव में किराए के मकान में रहते हैं। वह मजदूरी का काम करते हैं। राम सुहावल की पत्नी घरों में सहायिका का काम करती हैं। राम सुहावल ने पुलिस को शिकायत दी थी कि 11 अक्टूबर 2020 की शाम को उनका छोटा बेटा 10 वर्षीय पप्पू घर के बाहर साइकिल के टायर से खेल रहा था। इसी दौरान वह संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया था। घरवालों ने इधर-उधर काफी तलाश की। लेकिन बच्चे का कोई सुराग नहीं मिला पाया था। इसके बाद परिजनों ने कोतवाली सेक्टर 49 पुलिस से इस मामले की शिकायत की।
राम का आरोप है कि पुलिस बच्चे की तलाश को लेकर केवल खानापूर्ति करती रही, रविवार दोपहर को उनके घर से 100 मीटर की दूरी पर एक निर्माणाधीन मकान से बदबू आ रही थी। तभी एक राहगीर ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस को एक बच्चे का शव ईंटों के नीचे दबा हुआ मिला है। बच्चे की पहचान पप्पू के रूप में हुई है।
राम आरोप है कि पुलिस ने काफी दिनों के बाद इस मामले में मुकदमा दर्ज किया है। फिर बच्चे की तलाश में केवल खानापूर्ति की गई थी। बच्चे के माता-पिता पुलिस के पास अपने बच्चे के बारे में पता लगाने की कोशिश की थी। लेकिन पुलिसकर्मियों ने उसने अच्छे से बात तक नहीं की थी। पुलिस ने 16 अक्टूबर को एफआईआर दर्ज की थी। फिर भी उनका एफआईआर की कॉपी नहीं दी गई। एफआईआर की कॉपी मांगने पर पुलिसकर्मियों ने बदसलूकी कर उन्हें थाने से भगा दिया था।